मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान में मुख्यमंत्री पद का नाम अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन इससे पहले जो घटनाक्रम हुआ है वह बता रहा है कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इसका संकेत इस बात से मिल रहा है कि एक विधायक के पिता जो संगठन में भी काम कर रहे हैं उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे, सांसद दुष्यंत सिंह और उनके नजदीकी विधायक कंवर लाल पर बाड़ाबंदी के प्रयास का आरोप लगा दिया। वहीं कंवर लाल ने इस पूरी घटना से ही इनकार कर दिया और यह तक आरोप लगा दिया कि सांसद का नाम लिया जाना एक साजिश है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या पार्टी में मुख्यमंत्री का फैसला होने से पहले किसी तरह की गुटबाजी या एक दूसरे को बदनाम करने की कोशिश चल रही है?
विधायक ललित मीणा के पिता ने लगाए आरोप
किशनगंज के विधायक ललित मीणा के पिता हेमराज मीणा जो स्वयं विधायक भी रह चुके हैं उन्होंने पार्टी मुख्यालय में जिस तरह खुलकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह और उनके नजदीकी माने जाने वाले विधायक कंवरलाल पर जिस तरह खुलकर आरोप लगाया उसने पार्टी में सभी को चौंका दिया था।
महत्वपूर्ण बात यह थी कि कंवरलाल की मीडिया से बातचीत से पहले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ऐसी किसी भी घटना से इनकार कर चुके थे जबकि हेमराज मीणा का कहना था कि जहां यह घटना हुई वहां खुद प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी भी पहुंचे थे।
बाड़ाबंदी जैसी बात शरारत पूर्ण हैः कंवरलाल
इधर... हेमराज मीणा के सार्वजनिक बयान के बाद कंवरलाल का बयान भी सामने आ गया और उन्होंने दुष्यंत सिंह को इस मामले में घसीटे जाने को साजिश बता दिया। कंवरलाल ने कहा, हम तो आपसी सहमति से गए थे। दुष्यंत का नाम साजिशन लिया जा रहा है। कंवरलाल ने कहा, हम अपनी-अपनी गाड़ियों में आए, सहमति से रुके थे। बाड़ाबंदी जैसी बात शरारत पूर्ण है। 30-35 लोग ललित को लेने आए लेकिन उनमें कोई परचित नहीं था। इसलिए ललित को नहीं भेजा। पिता हेमराज आए तो भेज दिया। दुष्यंत दिल्ली में हैं, 4 दिन से संसद में सवाल उठा रहे हैं। उनका नाम लेना साजिश का हिस्सा है। गोविंद रानीपुरिया ने कहा, पांच विधायकों की कोई बाड़ाबंदी होती है क्या? वैसे मैं वहां रुका भी नहीं था। वहीं ललित बोले, मैंने पार्टी में अपनी बात रख दी है।
हेमराज मीणा के बयान की टाइमिंग को लेकर भी उठे सवाल
इस पूरे घटनाक्रम और नेताओं के वार पलटवार के बाद अब पार्टी में चर्चा इस बात की हो रही है कि आखिर कौन किसके खिलाफ साजिश कर रहा है। इसका कारण यह है कि हेमराज मीणा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी से पहले मुलाकात कर चुके थे यह बात खुद सीपी जोशी ने भी स्वीकार की की हेमराज मीणा उनसे मिले थे। वही सीपी जोशी ने ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया, जबकि हेमराज मीणा ने न सिर्फ पूरी घटना बताई बल्कि यह भी दावा किया कि जोशी वहीं मौजूद थे। इसके अलावा हेमराज मीणा के बयान की टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। हेमराज मीणा का बयान उस समय आया जब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दिल्ली में थी और उनकी पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात तय हो गई थी। यह मुलाकात रात 8 बजे बाद हुई और बताया जा रहा है कि सिर्फ वसुंधरा राजे ही नहीं बल्कि उनके पुत्र दुष्यंत सिंह भी नड्डा से मिलने राजे के साथ गए थे और यह बताया जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष ने इस पूरे घटनाक्रम पर वसुंधरा राजे और दुष्यंत सिंह से उनका पक्ष भी लिया है।
बहरहाल घटनाक्रम चाहे जो भी रहा हो, लेकिन उसके बाद जो कुछ भी हुआ उससे यह तो संकेत मिल गए हैं कि पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर अंदरूनी तौर पर जबर्दस्त खींचतान है। वहीं सब कुछ आसान और ठीक नहीं है।