BHOPAL. बीजेपी की दूसरी लिस्ट आने के बाद मप्र के चुनावी माहौल में सियासत तो गर्माई ही है। कई संभावनाओं के साथ कई सवाल भी खड़े हो गए हैं। एक दिन पहले बीजेपी की दूसरी लिस्ट जारी हुई। इस लिस्ट में बीजेपी में अपने कई दिग्गज चेहरों को मैदान में उतार दिया है और इस लिस्ट के सामने आने के बाद एक और घटनाक्रम हुआ जिसने सभी को चौंका दिया है। 26 सितंबर यानी मंगलवार को हुई कैबिनेट की मीटिंग में हैरान करने वाली बात ये हुई कि शिवराज ने मंत्रियों, अधिकारियों का आभार जताया। एक तरह से फेयरवेल भाषण दिया।
अक्टूबर में लग सकती है आचार संहिता
26 सितंबर यानी मंगलवार को कैबिनेट की मीटिंग हुई। संभवत: ये शिवराज कैबिनेट की आखिरी मीटिंग है क्योंकि अक्टूबर में अब चुनाव आचार संहिता लग सकती है। इस मीटिंग में हैरान करने वाली बात ये हुई कि शिवराज ने मंत्रियों, अधिकारियों का आभार जताया। एक तरह से फेयरवेल भाषण दिया। इस भाषण में शिवराज ने कोविड से लेकर प्राकृतिक आपदाओं का जिक्र किया। ये भी कहा कि पौने 4 साल में मप्र ने कई उपलब्धियां हासिल की और इसके लिए अधिकारियों और मंत्रियों को बधाई दी और धन्यवाद दिया।
शिवराज का इस तरह का भाषण क्या केवल औपचारिकता है
जिस तरह से शिवराज ने सभी अधिकारियों को धन्यवाद दिया और ये भी कहा कि 2030 के लिए जो विजन तैयार किया है उसे अधिकारी पूरा करेंगे। अब शिवराज का कैबिनेट में इस तरह का भाषण देना क्या केवल औपचारिकता थी या फिर कुछ सोचकर ये भाषण दिया। क्या शिवराज ने पिछले चुनावों से पहले भी इसी तरह से कैबिनेट मीटिंग में भाषण दिया था।
'द सूत्र' की पड़ताल में खुलासा
द सूत्र ने इस बात का पता लगाया कि मप्र की आखिरी कैबिनेट मीटिंग में शिवराज ने विदाई भाषण क्यों दिया। 2008, 2013 और 2018 के चुनाव के वक्त शिवराज ने कैबिनेट मीटिंग में ऐसा कोई भाषण नहीं दिया था। सवाल ये भी उठता है कि बीजेपी की दूसरी लिस्ट आने के बाद क्या शिवराज ने विदाई भाषण देने का फैसला लिया।
जिन दिग्गजों को मैदान में उतारा उनमें ज्यादातर सीएम पद के दावेदार
शिवराज चौथी बार के मुख्यमंत्री हैं और पिछले 3 कार्यकाल के दौरान उन्होंने कैबिनेट मीटिंग में कभी भी इस तरह का भाषण नहीं दिया है। तो क्या इसे बीजेपी की दूसरी लिस्ट के उम्मीदवारों के चेहरे से जोड़कर देखा जाना चाहिए। दरअसल मप्र में बीजेपी ने चुनाव में बड़े चेहरों को चुनावी मैदान में उतारा है और इस लिस्ट में जिस तरह से दिग्गज नेताओं को टिकट दिया है, उससे तो साफ है कि बीजेपी किसी भी हाल में चुनाव जीतना चाहती है। जिन दिग्गजों को मैदान में उतारा है उनमें से ज्यादातर ऐसे नेता हैं जो सीएम पद के दावेदार हैं। ऐसे में एक सवाल खड़ा हो रहा है कि अब शिवराज सिंह चौहान का क्या होगा। किस तरह की संभावनाएं बनती हैं...