संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में एक्स बॉयफ्रेंड पर अपने दोस्तों के साथ हमला करने वाली आरोपी तान्या कुशवाहा से पुलिस की पूछताछ हो रही है। इस दौरान उसने कहा कि वह टीटू से आज भी प्यार करती है। उसका मकसद किसी की हत्या करने का नहीं था, वह केवल टीटू को डराना, धमकाना चाहती थी ताकि वह वापस उसके पास आ जाए। वह टीटू से एकतरफा प्यार करती थी। लेकिन घटनाक्रम में बीच-बचाव के चलते चाकू मोनू (प्रभाष पंवार) को लग गया, जिसमें उसकी मौत हो गई। मोनू पूर्व विधायक गौतम टेटवाल का भांजा है। मंगलवार ( 25 जुलाई) देर रात मोनू की हत्या हो गई थी।
बुधवार (26 जुलाई) को किया था सरेंडर, फिर दोस्त भी पहुंचे थे थाने
मोनू की हत्या कराने का आरोप उसके दोस्त टीटू की पूर्व गर्लफ्रेंड तान्या कुशवाह पर है। तान्या ने अपने 3 साथियों की मदद से हमला किया। हमला करने के बाद चारों आरोपी फरार हो गए थे, लेकिन बुधवार (26 जुलाई) दोपहर 1 बजे आरोपी तान्या ने विजय नगर थाने में सरेंडर कर दिया था। सरेंडर के बाद पुलिस के कहने पर तान्या ने अपने साथियों से बात की। उनको थाने में पेश होने के लिए समझाइश दी। इस पर उसके दोनों साथी शोभित और छोटू सरेंडर करने थाने पहुंच गए। पहले कहा गया था कि हमलावर तीन ही थे। बाद में पता चला कि चौथा शख्स भी था, जिसे पुलिस ने उज्जैन से हिरासत में लिया है।
रिश्ता तोड़ने के बाद दोस्तों को किया एकत्र
टीटू ने जब उससे रिश्ता तोड़ दिया तो उसने बदला लेने की ठान ली थी। उसने छोटू और शोभित को अपने साथ मिलाया। टीटू को डराने के लिए तीन-चार दिन से रैकी कर रही थी, लेकिन वो मिल नहीं रहा था। फिर पता चला कि टीटू मंगलवार रात अपने दोस्त मोनू (अब मृतक), रचित, विशाल ठाकुर और एक अन्य के साथ देर रात महाकाल दर्शन करने जा रहा है। उन्होंने इसी दौरान टीटू पर हमला कर धमकाने की साजिश रची। तान्या का कहना है कि वह अपने दोस्तों के साथ टीटू का पीछा कर रही थी। मैरियट होटल के सामने पहुंचते ही टीटू की कार रुकवाई। कार में बैठे विशाल को पहले से जानती थी, उससे हाथ मिलाया। इसी बीच उसके साथ आए दोस्तों ने अंदर बैठे रचित पर हमला कर दिया। कांच बंद था, इसलिए वह बच गया। इसके बाद मोनू को चाकू मार दिया। चाकू उसके सीने में लगा।
आरोपी दोस्तों ने यह बताया
पुलिस ने आरोपी छोटू और शोभित से अलग-अलग कमरे में पूछताछ की। उन्होंने बताया कि वह जब तान्या को लेकर एक्टिवा पर जा रहे थे, तब टीटू ने उनकी गाड़ी के आगे कार अड़ा दी। तान्या को हमारे साथ देखकर टीटू उसे अपशब्द कहने लगा। उसका हाथ पकड़कर जबरदस्ती कार में बैठाने लगा। तान्या को छुड़ाने के लिए टीटू पर चाकू से वार किया तो वह पीछे हट गया। दूसरी बार वार किया तो टीटू फिर हट गया, इसी दौरान चाकू मोनू के सीने में जा घुसा। उसे मारने का कोई इरादा नहीं था।
वहीं इस घटना में बचे मोनू के दोस्त ने यह कहा
मोनू पंवार के दोस्त विशाल ने बताया कि मंगलवार रात मैं, मोनू, टीटू, रचित और हर्ष उज्जैन के लिए टीटू की कार से निकले। कार टीटू चला रहा था। लोटस चौराहा पर टीटू की एक्स तान्या तीन लड़कों के साथ दिखी। यहां टीटू की उससे बहस हुई। हम यहां से निकल गए। तान्या और उसके दोस्त पीछा करते हुए सायाजी होटल तक आ गए। यहां उन्होंने कार रुकवाई। तान्या फिर बहसबाजी करने लगी, तभी एक लड़के ने रचित पर हमला कर दिया। कार का कांच चढ़ा था, इससे वह बच गया। फिर दूसरे लड़के ने मोनू के सीने में चाकू घोंप दिया। हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। विशाल गाड़ियों की खरीदी-बिक्री का काम करता है।
गलत संगत में आ गई थी तान्या
पुलिस के अनुसार, तान्या कुशवाह धार जिले के बाग-टांडा के बरोड़ की रहने वाली है। पिता ने उसे पढ़ाई के लिए इंदौर भेजा था। तान्या यहां माता-पिता के भेजे रुपयों से नशा करने लगी। आवारा लड़कों से दोस्ती हो गई। वह अपनी एक फ्रेंड के साथ रहती है। कुछ दिन पहले पलासिया इलाके में तान्या रूम देखने पहुंची थी। यहां एक ब्रोकर से मिली। ब्रोकर को बताया कि वह स्टूडेंट है, उसे रूम चाहिए। उसे गायत्री अपार्टमेंट में किराए से फ्लैट मिल गया। यहां तान्या और उसकी फ्रेंड की हरकतें सही नहीं थी। पड़ोसियों ने फ्लैट मालिक से दोनों की शिकायत भी की थी। फ्लैट में शिफ्ट होने के एक सप्ताह बाद ही दोनों को हिदायत दी गई, लेकिन उनके रहन-सहन में सुधार नहीं आया। फ्लैट मालिक ने उन्हें कहीं और ठिकाना ढूंढने के लिए कह दिया। कुछ दिन पहले ही दोनों परदेशीपुरा इलाके में रहने पहुंची थीं।
नाइट कल्चर को लेकर फिर उठे सवाल
इंदौर में लागू हुए नाइट कल्चर को लेकर फिर सवाल खड़े हो रहे हैं। बीजेपी नेता खुद ही कई बार इसका विरोध कर चुके हैं। खासकर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय इस कल्चर के खिलाफ हैं और इसके कारण नशा बढ़ रहा है। रात में असामाजिक तत्व हथियार लेकर घूम रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी पुलिस की कोई कार्रवाई नहीं आ रही है। हालांकि कुछ दिन पहले जब सीएम शिवराज सिंह चौहा ने इंदौर के ला एंड आर्डर को लेकर बैठक लेकर निर्देश दिए तो सात दिन तक पुलिस सड़कों पर खूब नजर आई और खूब शराबियों के चालान बनाए लेकिन हालत काबू में नहीं आ रहे हैं और ना ही पुलिस सड़कों पर नजर आ रही है।