BHOPAL. मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनते ही मोहन यादव को पहले चुनाव में ही करारी हार मिली है। मोहन यादव भारतीय कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष पद का चुनाव बुरी तरह से हार गए हैं। दरअसल, मोहन यादव भारतीय कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष पद का चुनाव लड़े थे। इसके लिए चार उपाध्यक्ष चुने जाने थे। मोहन यादव ने इसके लिए पर्चा भरा था। तब तक वे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री नहीं बनाए गए थे। जब तक उनकी ताजपोशी हुई, पर्चा वापस लेने की तारीख निकल गई। मोहन यादव चुनाव हार गए, उन्हें केवल पांच वोट मिले।
WFI चुनाव में मिली करारी हार
गुरुवार 21 दिसंबर को भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के चुनाव में पश्चिम बंगाल के असीत कुमार साहा, पंजाब के करतार सिंह, मणिपुर के एन फोने और दिल्ली के जयप्रकाश उपाध्यक्ष चुने गए हैं। इस चुनाव में मोहन यादव को करारी हार मिली है। उन्हें मात्र 5 वोट ही मिले हैं। बता दें कि मोहन यादव मध्यप्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। भारतीय कुश्ती संघ का अध्यक्ष संजय सिंह को चुना गया है। वे पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के करीबी माने जाते हैं।
मोहन यादव ने तब पर्चा भरा था जब वे सीएम नहीं थे
मध्य प्रदेश का सीएम बनते ही मोहन यादव पहला चुनाव हार गए हैं। वह भारतीय कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे थे। दरअसल, भारतीय कुश्ती संघ के लिए चार उपाध्यक्ष चुने जाने थे। मोहन यादव ने भी इसके लिए पर्चा भरा था। तब तक वे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री नहीं बनाए गए थे।
किस पद के लिए किसने चुनाव लड़ा और कितने मिले वोट
अध्यक्ष पद के लिए उत्तर प्रदेश के संजय कुमार सिंह को चुना गया है। उन्हें 40 वोट मिले हैं। वहीं, ओडिशा से चुनाव लड़ने वाली अनिता को महज सात वोट मिले और वह हार गईं। इसी तरह वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर चुनाव लड़े असम के देवेंदर को 32 वोट और गुजरात के आई डी नानावटी को 15 वोट मिले हैं।