BHOPAL. तीन राज्य ( मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ ) में कांग्रेस की हार के बाद कांग्रेस की वापसी की उम्मीदें निराशाजनक रहीं। पार्टी तीनों राज्यों में बीजेपी के हाथों हार गई, बीजेपी ने तीन राज्यों में सरकार बनाई। लगातार कांग्रेस की हार के बाद कांग्रेस की आर्थिक स्थिति भी काफी खराब हो चुकी है। कांग्रेस ने चंदा इकट्ठा करने के लिए डोनेशन फॉर देश अभियान (Congress Donate For Desh Campaign) चलाया है। इस अभियान के तहत कांग्रेस कार्यकर्ता समेत वरिष्ठ पदाधिकारी से डोनेशन लिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार मप्र में डोनेशन फॉर देश की स्थिति काफी खराब है। कांग्रेस विधायक सहित कार्यकर्ताओं ने पार्टी को चंदा देने में कंजूसी कर रहे है।
MP में एक महीने में मिला 73 लाख रुपए का चंदा
डोनेशन फॉर देश अभियान की शुरुआत 18 दिसंबर, 2023 को हुई थी। इस अभियान से लोगों से 138, 1,380 और 13,800 रुपए देने की अपील की। एक महीने के अंदर सिर्फ 73 लाख 24 हजार रुपए ही कांग्रेस के खाते में जमा हुए हैं। कांग्रेस के कई बड़े सीनियर नेता हैं, जो पार्टी को चंदा देने में पीछे हैं। 7.8 फीसदी ही कांग्रेस को मध्य प्रदेश से कार्यकर्ताओं की ओर से डोनेशन मिला है। बता दें, कांग्रेस के प्रदेश संगठन में 105 महासचिव बनकर बैठे हैं। 50 से ज्यादा उपाध्यक्ष, राजनीतिक मामलों की समिति के 21 सदस्य हैं। 52 जिलों के जिला अध्यक्ष और लोकसभा और विधानसभा चुनाव प्रभारी सहित कई अन्य मोर्चा और संगठन के पदाधिकारी भी हैं। इसके बावजूद भी कांग्रेस एक महीने में एक करोड़ रुपए तक का चंदा इकट्ठा नहीं कर पाई है।
बीजेपी के पेट में हो रहा दर्द- केके मिश्रा
डोनेशन की कमजोर स्थिति को लेकर कांग्रेस सेफ साइड तलाश रही है। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा का कहना है कि हम कार्यकर्ताओं और अपने नेताओं से डोनेशन ले रहे हैं, इसमें बीजेपी के पेट में दर्द क्यों हो रहा है। कांग्रेस किसी उद्योगपति से डोनेशन नहीं ले रही है। चंदा मांगने वाले कांग्रेस पर सवाल ना उठाएं तो बेहतर है।
चंदा एकत्र करने के उसके अभियान के तहत गत एक महीने में पार्टी को 15 करोड़ रुपये मिले हैं। इसमें सबसे आगे राजस्थान, तेलंगाना, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और पंजाब है।
कांग्रेस का ‘डोनेशन फॉर देश’ क्या है ?
कांग्रेस का ‘डोनेशन फॉर देश’ एक क्राउडफंडिंग अभियान है, जिसे 18 दिसंबर, 2023 को कांग्रेस के 138वें स्थापना दिवस पर शुरू किया गया था। इस अभियान के तहत कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम जनता से देश को मजबूत बनाने के लिए चंदा मांग रही है।
इस अभियान के तहत चंदा देने के लिए चार विकल्प दिए गए हैं:
- 138 रुपए: बूथ अध्यक्ष और कार्यकर्ता
- 1380 रुपए: ब्लॉक अध्यक्ष, पीसीसी के प्रतिनिधि, नगर पालिका निगम के पार्षद, नगर पालिका निगम चुनाव 2022 के प्रत्याशी, मोर्चा-संगठन, विभाग के जिला अध्यक्ष, जिला-जनपद सदस्य और मंडलम-सेक्टर के अध्यक्ष
- 13800 रुपए: जिला कांग्रेस अध्यक्ष, विधानसभा चुनाव 2023 के प्रत्याशी, एआईसीसी के प्रतिनिधि, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, नगर निगम के पार्षद, नगर निगम अध्यक्ष, मोर्चा-संगठन के प्रदेश अध्यक्ष, विभाग अध्यक्षों और जिला पंचायत-जनपद अध्यक्ष
- 138000 रुपए: सांसद और महापौर
ऑनलाइन-ऑफलाइन दोनों तरीकों से लिया जा रहा चंदा
चंदा देने के लिए लोग ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से चंदा दे सकते हैं। ऑनलाइन चंदा देने के लिए कांग्रेस की वेबसाइट पर जाकर या पेटीएम, फोनपे, गूगल पे जैसे डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके चंदा दे सकते हैं। ऑफलाइन चंदा देने के लिए किसी भी कांग्रेस कार्यालय में जाकर चंदा दे सकते हैं। कांग्रेस का मानना है कि यह अभियान पार्टी को मजबूत बनाने और देश को बेहतर बनाने में मदद करेगा। पार्टी का कहना है कि चंदा देने वाले लोगों का नाम पार्टी की वेबसाइट पर प्रकाशित किया जाएगा।
क्या सफल होगा ‘डोनेशन फॉर देश’ अभियान?
‘डोनेशन फॉर देश’ अभियान को लेकर कई लोगों ने सवाल उठाए हैं। कुछ लोगों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी की हालिया हार के बाद यह अभियान नाकामी की ओर है। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि यह अभियान कांग्रेस पार्टी के भीतर एकजुटता को बढ़ावा देगा। अभी तक यह अभियान कितना सफल होगा, यह कहना मुश्किल है। हालांकि, यह अभियान कांग्रेस पार्टी की आर्थिक स्थिति में सुधार करने और पार्टी को मजबूत बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।