अविनाश नामदेव, VIDISHA. विदिशा जिले के सिरोंज में ढाई साल की बच्ची अस्मिता अहिरवार खुले बोरवेल में गिर गई थी। जिसे बाहर निकाल लिया गया है। प्रशासन की टीम अस्मिता को सिरोंज अस्पताल लेकर पहुंची, लेकिन अस्मिता को नहीं बचाया जा सका है। अस्मिता जिंदगी की जंग हार गई। हालांकि, प्रशासन ने मौत की पुष्टि नहीं की है। करीब 20 से 25 फीट गड्ढे की गहराई में बच्ची गिरी थी। नीचे पत्थर होने और बारिश के कारण सुरंग बनाने में दिक्कतें आई। ड्रील मशीन के जरिये सुरंग बनाया गया, फिर 6 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्ची को बाहर निकाला गया है।
घर के आंगन में खेलते-खेलते गिरी थी
दरअसल जिले के पथरिया थाना क्षेत्र के गांव कजरी बरखेड़ा में मंगलवार को ढाई साल की बच्ची अस्मिता अहिरवार पिता इंदर सिंह अहिरवार (पप्पू) घर के आंगन में खेल रही थी। इस दौरान वह खुले बोरवेल में जा गिरी। सूचना मिलने पर प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा। जेसीबी से बोरवेल के आसपास खोदाई की गई। गड्ढे के अंदर बच्ची तक ऑक्सीजन पहुंचाया गया। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। लेकिन बचाया नहीं सका। सरकार ने प्रदेश भर में सभी बोरवेल को बंद करने के निर्देश दिए थे, लेकिन उस पर कोई अमल नहीं हुआ। जिसका नतीजा मासूमों को भुगतना पड़ रहा है।
कुछ बोलने पर अंदर से बच्ची जवाब भी दे रही थीः पिता इंदर सिंह
घटना जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर सिरोंज-कुरवाई रोड पर कजरी बरखेड़ा गांव की है। इंदर सिंह की बेटी अस्मिता सुबह 10 बजे घर के आंगन में खेल रही थी, तभी बोरवेल में गिर गई। इंदर सिंह ने बताया कि कुछ बोलने पर अंदर से बच्ची जवाब भी दे रही थी।
बारिश के कारण रेस्क्यू में आई दिक्कत
सिरोंज एसडीएम हर्षल चौधरी ने बताया कि बच्ची बोरवेल में 13 फीट नीचे फंसी थी। रेस्क्यू के दौरान बारिश होने लगी। जिससे बचाव कार्य में परेशानी आई।
विदिशा जिले का यह दूसरा मामला
दें इस साल 2023 में विदिशा जिले में खुले बोरवेल में गिरने का यह दूसरा मामला है। इससे पहले भी 14 मार्च 2023 को बोरवेल में सात साल का लोकेश गिर गया था। यह मामला विदिशा जिले के आनंदपुर थाना अंतर्गत ग्राम खैरखेड़ी में हुआ था। तमाम कोशिशों के बाद भी लोकेश को नहीं बचाया जा सका था।