राजस्थान में प्रत्याशियों के विरोध के बीच ठंडे हुए तेवर, दीया कुमारी का विरोध कर रहे विधायक राजवी ने दी सफाई

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Chandresh Sharma
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राजस्थान में प्रत्याशियों के विरोध के बीच ठंडे हुए तेवर, दीया कुमारी का विरोध कर रहे विधायक राजवी ने दी सफाई

JAIPUR. राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद सामने आ रहे विरोध प्रदर्शनों में बुधवार को पार्टी को पहली राहत मिली जब विद्याधर नगर से मौजूदा विधायक नरपत सिंह राजवी बैकफुट पर जाते दिखे। उनके कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि उन्होंने मीडिया को कोई बयान नहीं दिया है। उन्हें जब मीडिया से बात करनी होगी तो सूचित कर दिया जाएगा। दरअसल राजवी ने दीया कुमारी को टिकट दिए जाने के विरोध में बयान दिया था कि मुगलों से आगे घुटने टेकने वालों पर पता नहीं पार्टी क्यों मेहरबान है। बता दें कि राजवी पूर्व उपराष्ट्रपति और पूर्व मुख्यमंत्री भैरो सिंह शेखावत के दामाद हैं।

बयान जारी कर दी सफाई

नरपत सिंह राजवी के कार्यालय सहायक की ओर से राजवी के लेटर पैड पर जारी इस बयान में कहां गया है कि नरपत सिंह राजवी की ओर से किसी भी समाचार पत्र या न्यूज़ चौनल को कोई वक्तव्य नहीं दिया गया है। अभी श्रद्धेय भैरों सिंह शेखावत के जन्म शताब्दी वर्ष के समारोह की तैयारी की बैठकें चल रही है। मीडिया से जब बात करनी होगी तो सभी को सूचित कर दिया जाएगा। राजवी की ओर से जारी यह वक्तव्य भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए शेयर किया गया है। राजवी का वक्तव्य बता रहा है कि वह अपना टिकट काटे जाने के मामले में अब बैक फुट पर आ गए हैं।

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बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के लिए 41 प्रत्याशियों की जो सूची जारी की थी उसमें सिर्फ राजवी ही एकमात्र सिटिंग विधायक थे जिनका टिकट काटा गया है। इसके बाद आज एक समाचार पत्र में उनका इंटरव्यू छपा, जिसके मुताबिक उन्होंने यह कहा है कि पता नहीं मुगलों के आगे घुटने टेकने वालों पर पार्टी मेहरबान क्यों है। उनका इशारा सीधे तौर पर उनकी जगह उम्मीदवार बनाई गई सांसद दीया कुमारी की ओर था। दीया कुमारी जयपुर राजघराने से संबंध रखती है और इतिहास के अनुसार उनके पूर्वज बादशाह अकबर के साथ थे। उन्होंने अपने इस इंटरव्यू में यह भी कहा है की पार्टी शेखावत का जन्म शताब्दी वर्ष मना रही है ऐसे में उनके परिवार का तिरस्कार कर पार्टी के नेता किस मुंह से श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।

दीया कुमारी जयपुर राजघराने से संबंध रखती है

बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के लिए 41 प्रत्याशियों की जो सूची जारी की थी उसमें सिर्फ राजवी ही एकमात्र सेटिंग विधायक थे जिनका टिकट काटा गया है। इसके बाद आज एक समाचार पत्र में उनका इंटरव्यू छपा है जिसमें उन्होंने यह कहा है कि पता नहीं मुगलों के आगे घुटने टेकने वालों पर पार्टी मेहरबान क्यों है। उनका इशारा सीधे तौर पर उनकी जगह उम्मीदवार बनाई गई सांसद दीया कुमारी की ओर था। दीया कुमारी जयपुर राजघराने से संबंध रखती है और इतिहास के अनुसार उनके पूर्वज बादशाह अकबर के साथ थे। नरपत सिंह राजवीर पूर्व उपराष्ट्रपति भैरव सिंह शेखावत के दामाद हैं और उन्होंने अपने इस इंटरव्यू में यह भी कहा है की पार्टी शेखावत का जन्म शताब्दी वर्ष मना रही है ऐसे में उनके परिवार का तिरस्कार कर पार्टी के नेता किस मुंह से श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।

अरुण सिंह ने की मुलाकात

नरपत सिंह राजवी की टिकट कटने के बाद उठे बवाल को साधने की जिम्मेदारी पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह को दी गई। वे बुधवार दोपहर नरपत सिंह राजवीर के निवास पर उनसे मिलने गए। दोनों के बीच लगभग 35 मिनट के बातचीत हुई और इस बातचीत के बाद ही नरपत सिंह राजवी की ओर से उपरोक्त बयान जारी किया गया। राजवी के बैक फुट पर जाने की एक बड़ी वजह यह बताई जा रही है की भैरों सिंह शेखावत के जन्म शताब्दी समारोह के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हो सकते हैं। ऐसे में फिलहाल उन्हें शांत रहने के लिए कहा गया होगा। इसके साथ ही उन्हें या उनके पुत्र अभिमन्यु राजवी को बीकानेर या चित्तौड़गढ़ की किसी सीट से उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा भी है।

मोदी हो सकते हैं कार्यक्रम में शामिल

राजवी के बैक फुट पर जाने की एक बड़ी वजह यह बताई जा रही है की भैरों सिंह शेखावत के जन्म शताब्दी समारोह के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हो सकते हैं। ऐसे में फिलहाल उन्हें शांत रहने के लिए कहा गया होगा। इसके साथ ही उन्हें या उनके पुत्र अभिमन्यु राजवी को बीकानेर या चित्तौड़गढ़ की किसी सीट से उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा भी है।

गौरतलब है कि जब से लिस्ट जारी हुई है तब से लगभग एक दर्जन सीटों पर विरोध की स्थिति सामने आ रही है और इसे नियंत्रित करने के लिए पार्टी को एक कमेटी का गठन भी करना पड़ा है। 10 नेताओं की यह कमेटी इन सीटों पर सामने आ रहे विरोध को शांत करने की कोशिश करेगी।

मुख्य तौर पर यहां सामने आ रहा है विरोध

विधानसभा

प्रत्याशी

विरोध करने वाले नेता

तिजारा

सांसद बालकनाथ

पूर्व विधायक मामन यादव

झोटवाड़ा

सांसद राज्यवर्धन राठौड़

पूर्व मंत्री राजपाल शेखावत और आशूसिंह सूरपुरा

कोटपूतली

हंसराज पटेल गुर्जर

यादराम जांगल और मुकेश गोयल

देवली-उनियारा

विजय बैंसला

राजेन्द्र गुर्जर

किशनगढ़

सांसद भागीरथ चौधरी

विकास चौधरी

नगर

जवाहर सिंह बेडम

पूर्व विधायक अनिता सिंह गुर्जर

बानसूर

देवी सिंह शेखावत

पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा

सांचौर

सांसद देवजी पटेल

दानाराम चौधरी और पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी

झुन्झूनूं

बबलू चौधरी

राजेन्द्र भाम्बू

लक्ष्मणगढ़

सुभाष महरिया

भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष हरिराम रणवा

डूंगरपुर

बंसीलाल कटारा

माधवल वाराहाट


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