राजस्थान में सीएम भजनलाल के 22 सिपहसालार, प्रत्याशी को भी बनाया मंत्री, वसुंधरा राजे के 7 समर्थकों को मिला मंत्री पद

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Vikram Jain
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राजस्थान में सीएम भजनलाल के 22 सिपहसालार, प्रत्याशी को भी बनाया मंत्री, वसुंधरा राजे के 7 समर्थकों को मिला मंत्री पद

JAIPUR. राजस्थान में आखिरकार भारतीय जनता पार्टी की सरकार का मंत्रीमंडल 25 दिन बाद अस्तित्व में आ गया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की टीम में 22 मंत्री शामिल किए गए हैं। इनमें 12 कैबिनेट, 5 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और पांच राज्य मंत्री बनाए गए गए हैं। सभी मंत्रियों को राज्यपाल कलराज मिश्र ने शपथ दिलाई। लंबे समय से मंत्रिमंडल विस्तार का इंतजार हो रहा था, लेकिन शनिवार को तस्वीर साफ हो गई।

सांसद से विधायक बने किरोड़ीलाल मीणा, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और दो डिप्टी सीएम को मिलाकर अब सरकार के मंत्रियों की संख्या 25 हो गई है। राजस्थान में कोटे के हिसाब से 30 मंत्री बन सकते हैं, अब 5 मंत्रियों की जगह खाली है।

श्रीकरणपुर से बीजेपी प्रत्याशी सुरेंद्रपाल सिंह को बनाया प्रत्याशी

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कैबिनेट की सबसे अहम बात यह है कि बीजेपी ने श्रीकरणपुर सीट से प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को विधायक बनने पहले ही मंत्री बना दिया है। यह राजस्थान में पहला मामला है, जब चलते चुनाव के बीच प्रत्याशी को मंत्री बनाया गया हो। चुनाव के दौरान इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर निधन के बाद चुनाव स्थगित हो गया था और अब यहां 5 जनवरी को मतदान होना है। इस सीट से सुरेंद्र पाल सिंह टीटी बीजेपी के प्रत्याशी हैं।

टीटी की शपथ पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति

इधर सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को विधायक बनने से पहले ही मंत्री बनाए जाने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी के अहंकार को दिखाता है कि उसने चुनाव आयोग को भी ठेंगा दिखा दिया है और विधायक बनने से पहले ही प्रत्याशी को मंत्री बना दिया है। कांग्रेस ने इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना है।

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शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुई वसुंधरा राजे

राजस्थान में दो बार मुख्यमंत्री रहीं वसुंधरा राजे मंत्रीमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुई। दरअसल बताया कि पूर्व सीएम राजे की पुत्रवधू के पिता का निधन होने के कारण वह शोक प्रकट करने के लिए उत्तर प्रदेश गई हुई है। वसुंधरा राजे की अहम मौके पर गैर मौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही, हालांकि मंत्रीमंडल की बात की जाए तो 22 में से सात मंत्री ऐसे हैं जो उनके समर्थक माने जाते हैं। इनमें तीन कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, सुरेश रावत और हेमंत मीणा, सुरेंद्र पाल सिंह टीटी (राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार) और दो राज्य मंत्री ओटाराम देवासी और मंजू वाघमार शामिल हैं।

22 में से 16 पहली बार मंत्री

राजस्थान में भजनलाल सरकार का मंत्रीमंडल लगभग नया है। जिन 22 विधायक को शपथ दिलाई गई है उनमें से 16 पहली बार मंत्री बने हैं। वही मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों को भी जोड़ लिया जाए तो तो बीजेपी सरकार की 25 सदस्य वाली मंत्री परिषद में 19 विधायक ऐसे हैं जो पहली बार मंत्री बने हैं। शनिवार को जिन विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है उनमें से किरोड़ी लाल मीणा, मदन दिलावर, गजेंद्र सिंह खींवसर, ओटाराम देवासी और सुरेंद्र पाल सिंह टीटी राजस्थान में मंत्री रह चुके हैं और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ केंद्र में मंत्री रह चुके हैं।

25 में से सिर्फ दो महिला

मोदी सरकार ने महिलाओं को आरक्षण देने के लिए नारी शक्ति वंदन बिल पारित किया है लेकिन भजनलाल सरकार में सिर्फ दो महिलाएं मंत्री के रूप में नजर आएंगी। इनमें से एक दीया कुमारी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है वहीं मंजू बाघमार को राज्यमंत्री बनाया है। मंजू बाघमार नागौर जिले की जायल सीट से दूसरी बार की विधायक चुनी गई हैं।

ओबीसी को मिला अच्छा प्रतिनिधित्व

मंत्रीमंडल में ओबीसी समुदाय को अच्छा प्रतिनिधित्व दिया गया है। 25 में से 8 मंत्री ओबीसी समुदाय से बनाए हैं। ओबीसी में भी चार जाट और एक गुर्जर है। वहीं अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग से 3- 3 विधायकों को मौका दिया गया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित दो ब्राह्मण हैं। लोकसभा चुनाव पर फोकस करते हुए मंत्रीमंडल गठन में सभी वर्गों को साधने की कोशिश की गई है।

क्षेत्रवार प्रतिनिधित्व

मंत्रीमंडल में राजस्थान के 17 जिलों के विधायकों को मंत्री बनाया गया है। इनमें सबसे बड़ा प्रतिनिधित्व राजधानी जयपुर को मिला है, जहां से मुख्यमंत्री और दो मुख्यमंत्री सहित एक कैबिनेट मंत्री भी है। इनके अलावा जोधपुर कोटा पाली और नागौर से दो-दो मंत्रियों को जगह दी गई है।

इन्हे बनाया गया कैबिनेट मंत्री

सवाई माधोपुर विधायक किरोड़ी लाल मीणा, लोहावट विधायक गजेंद्र सिंह खींवसर, झोटवाड़ा विधायक राज्यवर्धन सिंह राठौड़, झाड़ोल विधायक बाबूलाल खराड़ी, रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने मंत्री पद की शपथ ली। इसी प्रकार लूणी विधायक जोगाराम पटेल, पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत, जैतारण विधायक अविनाश गहलोत, सुमेरपुर विधायक जोराराम कुमावत, प्रतापगढ़ विधायक हेमंत मीणा, मालपुरा विधायक कन्हैयालाल चौधरी, लूणकरणसर विधायक सुमित गोदारा ने मंत्री पद की शपथ ली है।

ये बने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार

अलवर शहर विधायक संजय शर्मा, बड़ी सादड़ी विधायक गौतम कुमार, श्रीमाधोपुर विधायक झाबर सिंह खर्रा, करणपुर सीट से बीजेपी प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, सांगोद विधायक हीरालाल नागर ने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है।

ये बने राज्यमंत्री

सिरोही विधायक ओटाराम देवासी, जायल विधायक डॉ. मंजू बाघमार, नावां विधायक विजय सिंह चौधरी, गुढ़ामालानी विधायक केके विश्नोई, नगर विधायक जवाहर सिंह बेढम ने राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है।

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