नितिन मिश्रा, BILASPUR. बिलासपुर में यश साहू हत्याकांड में पुलिस ने ऑटो चालक की पहचान कर ली है। शहर के सभी सीसीटीवी कैमरों और लोगों से पूछताछ करने के बाद ऑटो चालक का पता चला है। वहीं युवक के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस मामले को उलझा रही है।
ऑटो चालक की हुई पहचान
जानकारी के मुताबिक बिलासपुर में रहकर आईएएस की तैयारी करने वाले यश साहू जिस ऑटो में आखिरी बार बैठा था उसकी पहचान हो गई है। पुलिस ने ऑटो को जब्त कर कहा है। ऑटो चालक का नाम शिव प्रसाद यादव है। ऑटो चालक ने पुलिस को बताया कि वह बिलासपुर को ओर सवारी लेकर आ रहा था। तभी छतौना मोड़ पर एक लड़के ने ऑटो को रुकवाया और दूसरे लड़के को जबरदस्ती बैठा दिया। लड़का शराब के नशे में लग रहा था। वह ऑटो से सर बाहर निकालकर बार-बार उल्टी कर रहा था। जिससे ऑटो में बैठे लोगों को आपत्ति हुई तो लड़के को गुंबर पेट्रोल पंप के पास छोड़कर निकल गया। ऑटो चालक की पहचान सैकडो ऑटो चालकों से पूछने और सीसीटीवी खंगालने पर हो पाई है।
परिजनों का पुलिस पर आरोप
यश साहू के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि हत्या में कई और लोग भी शामिल हैं। जिस ढाबे में यश को ले जाकर मारपीट की गई वहां के ढाबा मालिक और चौकीदार से पूछताछ की जानी चाहिए लेकिन पुलिस ऐसा नहीं कर रही है। साथ ही जो कार उपयोग में लाई गई थी उसके मलिक से भी पूछताछ नहीं की जा रही है। युवती के परिजनों और राहुल नामदेव के दोस्तों से निष्पक्षता से पूछताछ कर जांच होनी चाहिए थी। लेकिन पुलिस कोई भी कदम नहीं उठा रही है। जिससे हत्या में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी हो सके। पुलिस ने इस मामले में अभी तक तीन लोगों की गिरफ्तारी की है।
ये घटनाक्रम है
यश साहू अंबिकापुर का रहने वाला है। उसके पिता की राशन की दुकान है। यश बिलासपुर में रहकर IAS की तैयारी के लिए दिल्ली आईएएस कोचिंग एकेडमी में पढ़ता था। राहुल एक लड़की को देखने कोचिंग सेंटर जाया करता था। लेकिन लड़की हमेशा यश के साथ दिख जाती। जिसके बाद राहुल ने यश को मारने का प्लान बनाया। 6 जून की शाम को राहुल याद को स्कूटी में बैठाकर ले गया और उसके साथ लाठी-डंडों से मारपीट की।जिसके बाद यश की मौत हो गई। यश के शव को राहुल और उसके साथी सड़क पर छोड़कर भाग गए थे।