RAIPUR. छत्तीसगढ़ में मेडिकल की पढ़ाई पर अब लगातार सुधार की जा रही है। नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने नया आदेश जारी किया है। इसका मकसद छात्रों की गतिविधियों पर मॉनिटरिंग रखना है। नए आदेश के मुताबिक प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी (एमबीबीएस) छात्रों की अब बायोमीट्रिक अटेंडेंस लगेगी। इसे छात्रों के आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा। इतना ही नहीं अटेंडेंस नियमित रूप से एनएमसी को भी जाएगा। इससे मेडिकल छात्रों के अटेंडेंस की मॉनिटरिंग बेहतर ढंग से हो पाएगी। दरसअल पिछले कुछ वर्षों में यह देखा गया है कि मेडिकल स्टूडेंट्स क्लास बंक करते हैं। पिछली बार तो इसके लिए डीन ने सभी छात्रों को नोटिस भी थमाया था।
अब MBBS स्टूडेंट्स पर भी सख्ती
इस नए आदेश आने के बाद कक्षाओं में छात्रों की नियमित उपस्थिति बढ़ेगी। जानकारी के मुताबिक नेशनल मेडिकल कमीशन ने छत्तीसगढ़ समेत देशभर के सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों को एमबीबीएस छात्रों के अटेंडेंस के लिए बॉयोमीट्रिक सिस्टम लगाने को कहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह सिस्टम अपनाने से छात्र अटेंडेंस और पढ़ाई के प्रति गंभीर होंगे। इसके साथ ही कॉलेज भी रोज आएंगे। प्रदेश में 10 सरकारी समेत 3 निजी मेडिकल कॉलेजों में फर्स्ट ईयर के 1910 समेत 8 हजार से ज्यादा छात्र हैं।
कॉलेजों में टीचरों के लिए पहले से लगा है बायोमीट्रिक सिस्टम
सभी ईयर के छात्र बॉयोमीट्रिक सिस्टम से अटेंडेंस लगाएंगे। इस सिस्टम से अटेंडेंस में मशीन के सामने खड़े होने पर आंखें स्कैन होती है। इसके साथ ही थंब इंप्रेशन लिया जाता है। कॉलेजों के टीचर के अटेंडेंस के लिए पहले से ही बायोमीट्रिक सिस्टम लगा है। गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज के लेक्चर हॉल को एनएमसी के सिस्टम से जोड़ा गया है। लेक्चर हॉल में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, जिससे छात्रों की गतिविधियों की मॉनिटरिंग की जा सकें।