संजय गुप्ता, INDORE. विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू है और बीजेपी हो या कांग्रेस सभी का जोर मालवा-निमाड़ है, क्योंकि यहां 66 सीटें हैं और यहीं से सत्ता का रास्ता जाता है। लेकिन इसमें भी सबसे अहम है इंदौर संभाग के धार, खरगोन, झाबुआ, आलीराजपुर और बड़वानी जिले। ये बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस के लिए अहम हैं। कारण साफ है कि यहां कि कुल 22 सीटों में से कांग्रेस के खाते में 18 सीटें गई थी, एक निर्दलीय के पास और केवल 3 सीट बीजेपी को मिली थी। यहां 15 आदिवासी (एसटी) सीट है। इसमें बीजेपी को केवल 2 सीट झाबुआ और बड़वानी मिली थी, भगवानपुरा निर्दलीय के पास गई थी, बाकी 12 सीट कांग्रेस के खाते में थी।
आलीराजपुर, खरगोन में बीजेपी को जीरो सीट
आलीराजपुर की 2 और खरगोन की 6 सीटों में से एक भी बीजेपी के पास नहीं गई, यानी यहा खाता ही नहीं खुला। वहीं धार, झाबुआ, बड़वानी तीनों जिलों में केवल 1-1 सीट ही बीजेपी ला सकी। यही जिले आखिरकार बीजेपी को सत्ता से बाहर करने का कारण बन गए।
इस तरह रहा इन जिलों में बीजेपी-कांग्रेस की सीटों का हिसाब
धार
यहां सरदारपुर, कुक्षी, गंधवानी, धरमपुरी, मनावर 5 एसटी सीट हैं और सभी कांग्रेस ने जीती। वहीं धार और बदनावर सीट सामान्य है, इसमें धार बीजेपी और बदनावर कांग्रेस (उपचुनाव 2020 में बीजेपी के पास गई) के पास गई। यानी स्कोर रहा 6 कांग्रेस-1 बीजेपी।
खरगोन
यहां भगवानपुरा एसटी सीट है जो निर्दलीय ने जीती बाकी 5 सामान्य सीट भीकनगांव, महेश्वर, कसरावद, बड़वाह, खरगोन है, जो कांग्रेस ने जीती, हालांकि बाद में बड़वाह से कांग्रेस विधायक सचिन बिराल ने कांग्रेस छोड़ी, लेकिन उनका इस्तीफा अभी तक मंजूर नहीं हुआ। स्कोर रहा 5 कांग्रेस-0 बीजेपी और 1 निर्दलीय।
बड़वानीयह पूरी तरह आदिवासी जिला है। चारों सीट सेंधवा, राजपुर, पानसेमल और बड़वानी एसटी सीट हैं। यहां बड़वानी पर बीजेपी जीती थी। स्कोर रहा 3 कांग्रेस-1 बीजेपी।
आलीराजपुर
ये भी पूरी तरह आदिवासी जिला है। यहां 2 सीट आलीराजपुर और जोबट है दोनों कांग्रेस ने जीती। स्कोर रहा 2 कांग्रेस-0 बीजेपी।
झाबुआ
यहां की 3 सीट एसटी ही हैं। झाबुआ बीजेपी ने जीती तो थांदला और पेटलावद कांग्रेस ने जीती। हालांकि उपचुनाव में कांग्रेस ने फिर झाबुआ सीट जीत ली। साल 2018 चुनाव में स्कोर रहा 2 कांग्रेस-1 बीजेपी।
प्रियंका गांधी का चुनाव आगाज इसलिए सरदारपुर से ही होगा
प्रियंका गांधी का मध्यप्रदेश में चुनाव आरंभ इसलिए धार जिले की सरदारपुर सीट से हो रहा है। इसके सबसे अहम कारण हैं कि ये सीट धार, झाबुआ, आलीराजपुर, बड़वानी जैसे आदिवासी सीटों के जिलों के बीच में आता है। इससे कांग्रेस का पूरा फोकस है बीते चुनाव जैसा ही रिकॉर्ड दोहराया जाए। इससे आसपास के सभी आदिवासी जिले कवर हो जाएंगे। सरदारपुर के विधायक प्रताप ग्रेवाल ने द सूत्र को बताया कि यहां आसपास के जिलों की सभी आदिवासी और अन्य सीटों से जनता पहुंचेगी और हमारा पूरा जोर है कि इन सभी पर कांग्रेस फिर जीत को दोहराए।