गंगेश द्विवेदी RAIPUR. छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के नाम पर 3 दिसंबर से जारी सस्पेंस खत्म हो गया। बीजेपी ने नए सीएम के नाम की घोषणा कर दी है। पार्टी ने सीएम पद के लिए विष्णुदेव साय के नाम पर मुहर लगाई है। सीएम के चयन के लिए तीन चरणों में हुई बीजेपी की बैठक में विष्णु देव साय के नाम पर तय किया गया। सबसे पहले तीनों पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल और दुष्यंत कुमार गौतम ने प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, नितिन नबीन और अजय जामवाल के साथ चर्चा की। चर्चा के दौरान उन्होंने आदिवासी चेहरे को नेतृत्व देने की बात कही। आदिवासी और केंद्रीय मंत्री कैटेगरी में दो नाम रेणुका सिंह के साथ विष्णुदेव साय का सामने आया। इसके बाद दोनों अनुभव और स्वीकार्यता पर चर्चा हुई। इस बिंदु पर विष्णुदेव साय रेणुका सिंह से आगे निकल गए।
रमन सिंह की हामी के बाद साय के नाम पर मुहर
विष्णुदेव साय दो बार प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं इसलिए संगठन में उनकी स्थिति मजबूत है। इसके बाद संगठन महामंत्री पवन साय और रमन सिंह के साथ तीनों पर्यवेक्षक ने बैठक कर उनकी राय जानी। विष्णुदेव साय डॉ. रमन सिंह कैंप के नेता माने जाते हें, इसलिए डॉ. रमन सिंह ने भी हामी भर दी। तीसरे चरण में विधायक दल की बैठक हुई जहां विस्तार से बात रखी गई। इस बैठक में विष्णुदेव साय के नाम पर मुहर लगी उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया।
क्यों नहीं फाइनल हुआ रमन का नाम
सर्वाधिक अनुभवी और तीन बार लगातार मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को लेकर केंद्र अलग प्लानिंग कर रहा है। उनको नहीं चुनने के पीछे तीन कारण सामने आए। पहला 2018 चुनाव की बड़ी हार और दूसरा केंद्रीय नेतृत्व उनकी भूमिका कहीं और देख रहा है। तीसरा प्रदेश में लगातार उठ रही आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग को देखते हुए उनका नाम पीछे हो गया क्योंकि रमन सिंह सवर्ण हैं।
2024 में सभी 11 सीटें जीतने का लक्ष्य
छत्तीसगढ़ में अभी बीजेपी के पास 11 में 9 लोकसभा सीटें हैं। अब बीजेपी ने 2024 में सभी 11 सीटें फतह करने का लक्ष्य तय किया गया है। जिसमें आदिवासी समाज की खासी भूमिका रहने वाली है। 11 में 4 अनुसूचित जनजाति के लिए एक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। बाकी की छह सीटें सामान्य हैं। कोरबा और बस्तर को छोड़ दिया जाए तो बाकी सीटें बीजेपी के पास है। बीजेपी के सामने प्रदर्शन दोहराने के साथ सभी 11 सीट जीतने का लक्ष्य हासिल करना बड़ी चुनौती है। जानें वर्तमान में 11 सीटों से किस पार्टी से कौन सांसद हैं।
लोकसभा सीटें - सांसद- पार्टी
1. सरगुजा (एसटी)- रेणुका सिंह- बीजेपी
2. रायगढ़ (एसटी)- गोमती साय- बीजेपी
3. जांजगीर-चांपा (एससी)- गुहाराम अजगल्ली- बीजेपी
4. कोरबा- ज्योत्सना चरणदास महंत- कांग्रेस
5. बिलासपुर- अरुण साव- बीजेपी
6. राजनांदगांव- संतोष पांडे- बीजेपी
7. दुर्ग- विजय बघेल- बीजेपी
8. रायपुर- सुनील कुमार सोनी- बीजेपी
9. महासमुंद- चुन्नी लाल साहू- बीजेपी
10. बस्तर (एसटी)- दीपक बैज- कांग्रेस
11. कांकेर (एसटी)- मोहन मंडावी- बीजेपी
लोकसभा चुनाव में रहेगा अहम रोल!
जानकारों का कहना है कि बीजेपी वैसे भी 2024 से पहले एक ऐसे नेता की तलाश में थी, जो सभी को एकजुट रख सके, जिसकी संगठन पर मजबूत पकड़ रहे। बीजेपी 2024 के चुनाव में भ्रष्टाचार को एक बार फिर सबसे बड़ा मुद्दा बनाने वाली है। पीएम मोदी खुद अपने कई कार्यक्रमों में ऐलान कर चुके हैं कि लूटने वालों को पैसा वापस करना पड़ेगा। उनके उसी नेरेटिव में ऐसे लोग सबसे मुफीद बैठते हैं कि सियासी छवि साफ हो, जो जमीन से जुड़े नेता हों और जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज ना हों। अभी के लिए विष्णुदेव साय इन सभी कैटेगरी में एकदम फिट बैठते हैं और अब इन्हीं के सहारे बीजेपी अपनी आगे की रणनीति पर काम करने वाली है।
विष्णुदेव साय प्रदेश में बड़ा आदिवासी चेहरा
विष्णुदेव साय प्रदेश की राजनीति में बड़ा आदिवासी चेहरा हैं। वह कुनकुरी से विधायक हैं। साय रायगढ़ से सांसद भी रह चुके हैं। विष्णुदेव साय रायगढ़ से 4 बार (1999-2014) सांसद चुने गए थे। साय केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें मैदान में नहीं उतारा था। विष्णुदेव साय बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। जून 2020 में बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री साय को छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था। वह अगस्त 2022 तक अध्यक्ष के पद पर रहे।