शेख रेहान, KHANDWA. खंडवा में पूरी बारात समेत दूल्हा पुलिस के पास पहुंच गया। हुआ यूं कि जिस घर पर बारात पहुंची वहां ताला लगा मिला। दुल्हन अपने पूरे परिवार के साथ बारात पहुंचने के पहले घर पर ताला लगा कर "नौ दो ग्यारह" हो गई थी। छानबीन में पता चला ये घर जिन्होंने किराए पर लिया था, वो तो दो दिन पहले ही यहां से चले गए। ये पता चलते ही पूरे बारातियों के होश फाख्ता हो गए। मकान मालिक को बुलाकर घर खुलवाया तो पूरा घर खाली मिला। पूरी बारात खंडवा में थाने में दुल्हन ओर उसके परिवार की शिकायत लेकर पहुंचे। पुलिस मामले की जांच की बात कह रही है।
बारातियों को बगैर दुल्हन के ही लौटना पड़ा
हम आपको जो आपको बस लगा पर्चा और शादी का कार्ड दिखा रहे है, यह दीपक नाम के दूल्हे का है। दीपक संग पूजा लिखा ये पर्चा जिस बस पर लगा है, उसी से इंदौर जिले के बेटमा के पास लीलेड़ीपुरा से बारात खंडवा आई है। बस पर शाहरुख खान और काजोल की फिल्म का नाम "दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे" लिखा है। लेकिन, इन दिलवालों को बगैर दुल्हन के ही लौटना पड़ रहा है। बारातियों का ये जमावड़ा किसी दुल्हन के घर या मांगलिक परिसर का नहीं है। बल्कि, ये नजारा खंडवा के मोघट थाना क्षेत्र की रामेश्वर पुलिस चौकी का है। लीलेड़ीपुर के दीपक परमार का रिश्ता खंडवा की पूजा से हुआ। जब ये बारात लेकर यहां पहुंचे तो पूरी कहानी ही बदल गई। इस पूरे घटनाक्रम के बीच दूल्हा फूट-फूटकर रोया। दूल्हे दीपक का कहना है करीब 70 हजार रुपए फोन पे किए हैं , तो वहीं 10 हजार रुपए के कपड़े भी दिलाए हैं। दूल्हे ने दुल्हन को एक बार देखा है, जबकि फोन पर इसलिए बात नहीं हो पाई क्योंकि उसे ये बताया गया था कि दुल्हन के पास मोबाइल नहीं है।
दुल्हन पक्ष को लोगों के आधार कार्ड भी फर्जी निकले
इस पूरे मामले से बाराती भी हैरान हैं। उनका कहना है कि बारात लेकर हम दुल्हन के घर पहुंच गए थे, वहां पूरी कहानी बदल गई। दुल्हन पक्ष ने हमें जो आधार कार्ड बताए गए थे, वो भी फर्जी निकले हैं। इन्होंने बताया कि घर पर शादी की सभी रस्में हुईं। माता पूजन, हल्दी, मंडप सहित सभी रस्में की गईं। गांव वालों को खाना खिलाया। खुशियों भरे घर से प्रोसेशन निकाला गया। दूल्हे को दुल्हन लाने के लिए विदाई दे दी गई। 3 लाख रुपए से ज्यादा का खर्च शादी पर करने के बाद भी दूल्हा अब बिन दुल्हन के जाने को मजबूर है।
हमने फोन पर बात कर रिश्ता तय करा दिया था
ये रिश्ता दीपक परमार के साथ पीथमपुर की कंपनी में काम करने वाले दीपक पाटीदार और उसकी पत्नी माया ने करवाया। रिश्ता करवाने वाले दीपक का कहना है कि खंडवा के बीड़ में रहने वाले उसके फूफा ससुर ने ये रिश्ता बताया था। हमने फोन पर बात की और रिश्ता तय करा दिया था। अब फूफा ससुर से भी संपर्क नहीं हो पा रहा। मुझे दुल्हन के पिता परसराम यादव ने एक दिन पहले फोन लगाकर कहा कि मेरे पिता का निधन हो गया। 5 दिन बाद बारात लेकर आना। लेकिन, बारात इसलिए लाए क्योंकि फ्रॉड की आशंका थी। यहां नहीं आने पर बाद में दुल्हन पक्ष ये भी कह सकता था कि हमारी गलती नहीं है, तुम लोग ही बारात लेकर नहीं आए।
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साइबर टीम की मदद भी ली जा रही है
ये पूरा मामला सामने आने के बाद पुलिस भी जांच की बात कह रही है। एसपी पूनमचंद यादव का कहना है कि दूल्हा पक्ष की शिकायत के बाद टीमों को एक्टिव कर दिया है। साइबर टीम की मदद भी ली जा रही है। लुटेरी दुल्हनों व उनकी गैंग के हमारे रिकॉर्ड को भी खंगाला जा रहा है।
फिर लुटेरी गैंग के सक्रिय होने के सबूत सामने आए हैं
अक्सर शादी नहीं होने से परेशान लोग लुटेरी दुल्हन के शिकार हो जाते हैं। प्रदेश में कई जगह से इस तरह की खबरें आती रहती है। जहां लुटेरी दुल्हन गैंग के शिकार कई लोग हो जाते है। अब खंडवा के इस मामले ने फिर ऐसी गैंग सक्रिय होने के सबूत दिए हैं। इस तरह की गैंग के निशाने पर युवा हैं, इसलिए उन्हें संभलकर रहना चाहिए।