NEW DELHI. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अपने सांसद दानिश अली को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में निलंबित कर दिया। बसपा सांसद दानिश अली को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। दानिश अली को बहुजन समाज पार्टी ने 2019 में अमरोहा से टिकट देकर लोकसभा चुनाव में जितवाया। लेकिन दानिश अली लगातार पार्टी के आदेशों की अवहेलना कर पार्टी विरोधी गतिविधि में लिप्त पाए गए।
उनका फैसला दुर्भाग्यपूर्णः अली
निलंबित बसपा नेता दानिश अली ने पार्टी से निलंबित किए जाने पर कहा कि मुझे हमेशा बहन जी (मायावती) का बहुत समर्थन मिला है, लेकिन उनका आज का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने अपनी पूरी मेहनत और लगन के साथ बसपा को मजबूत करने का प्रयास किया और कभी भी कोई पार्टी विरोधी काम नहीं किया। मैंने बीजेपी सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध जरूर किया है और आगे भी करता रहूंगा। चंद पूंजीपतियों की लूट के खिलाफ मैंने आवाज़ उठाई है और आगे भी उठाता रहूंगा, यदि ऐसा करना जुर्म है तो मैंने जुर्म किया है और मैं इसकी सजा भुगतने के लिए तैयार हूं।
अब अली का ठिकाना कहां
कुंवर दानिश अली बसपा से निकाले जाने के बाद कांग्रेस या सपा का दामन थाम सकते हैं। मुस्लिम बहुल इलाके में दानिश अली की मजबूत पकड़ मानी जाती है। अमरोहा में करीब 30 फीसदी आबादी मुस्लिम है। सवाल है कि क्या वे इमरान मसूद की तरह कांग्रेस में जाएंगे या बीजेपी को सबसे कड़ी टक्कर देने वाली सपा के नेता अखिलेश यादव का दामन थामेंगे।
राहुल की बातों से मिली राहत
दानिश ने भी राहुल से मुलाकात के बाद भावुक होते हुए कहा कि उन्हें राहुल से मिलकर लगा कि वह अकेले नहीं है। राहुल मेरा हौसला बढ़ाने यहां आए थे। उन्होंने मुझसे कहा कि इन बातों को अपने दिल से मत लगाना और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना। मुझे उनकी बातों से राहत मिली और अच्छा लगा कि मैं अकेला नहीं हूं।