BHOPAL. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित देशभर में सायबर ठगी के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। ठगों का मुख्य टारगेट अब युवा बने हुए है। टेक्नोलॉजी में आ रहे बदलाव के साथ अपराधों को अंजाम देने का तरीका भी बदल गया है। हाल ही में राजधानी भोपाल में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1.85 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है। यहां शातिर बदमाशों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर फर्जी ट्रेडिंग अकाउंट तैयार किए फिर घटना को अंजाम दिया।
AI का यूज कर बनाया फर्जी ट्रेडिंग अकाउंट
जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने प्रतिष्ठित कंपनियों के फर्जी स्टाक शेयर मार्केट ट्रेडिंग अकाउंट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार कर किए हैं। दरअसल हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी बैरसिया रोड में रहने वाले मुदस्सिर हसन सिद्दीकी प्राइवेट जॉब करते हैं। उन्होंने स्टेट साइबर क्राइम में शिकायत की थी, जिसमें बताया था कि बीते 5-6 सालों से सक्रिय रूप से शेयर मार्केट में निवेश कर रहे थे। फेसबुक पर उन्हें स्टाक मार्केट में ट्रेडिंग से संबंधित एक विज्ञापन दिखा था। फेसबुक पर ही दिए नंबर के आधार पर उन्होंने एक वाट्सएप ग्रुप जॉइन कर लिया। फिर उन्हें किसी अनजान नंबर से कॉल आया। उन्हें बताया गया कि इंद्रा सिक्योरिटीज के कस्टमर केयर से बात कर रहे हैं। बाद में उन्हें एक अन्य वाट्सएप ग्रुप जॉइन करने की बात कही गई। कुछ समय बाद में उन्हें लिंक भेजकर टेलीग्राम ग्रुप को जॉइन कराया। इस ग्रुप को इंडिया सिक्योरिटीज का बताया गया। भरोसे में लेने के लिए आरोपियों ने इस ग्रुप में इंडिया सिक्योरिटी के डायरेक्टर की असल फोटो के साथ कंपनी का डिस्क्रिप्शन लिखा था। इसके बाद भरोसा कर हसन सिद्दी ने कंपनी के शेयर में निवेश करना शुरू कर दिया।
संदेह होने पर दर्ज की शिकायत
हसन सिद्दीकी ने एक करोड़ रुपए सहित 85 लाख रुपए का कर्ज लेकर निवेश कर दिया। इसके बाद शेयर की सेल से रोका जाने लगा। उसे संदेह हुआ तो वह ग्रुप मेंबर्स से बातचीत की। कुछ दिनों तक तो एडमिन जवाब देता रहा, लेकिन बाद में उसने जवाब देना बंद कर दिया। उन्होंने फोन उठाना भी बंद कर दिया। हसन सिद्दी ने पुलिस को इसकी पूरी जानकारी दी और आरपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की। 19 जनवरी को पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। जांच-पड़ताल में इस बात का खुलासा हुआ कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से कंपनी की फेक प्रोफाइल तैयार कर इस पूरी घटना को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने 419, 420 भादंवि 66 (सी), 66 (डी) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। बताया जा रहा है कि इस ठगी को 7 नवंबर 2023 से 14 जनवरी 2024 के बीच अंजाम दिया गया है।