RAIPUR. छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भले ही मेडिकल यानी डॉक्टरी की कोई डिग्री न ली हो, लेकिन वह देशी तरीके से इलाज करने में माहिर हैं। साय को जानने वालों का कहना है कि वह पथरी की दवा देते हैं और वह जड़ी बूटियों के अच्छे जानकार हैं। खास बात यह है कि भाजपा से मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह ने एमबीबीएस की डिग्री ली हुई थी।
सीएम खेती-किसानी में भी रुचि रखते हैं
13 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की शपथ लेने वाले विष्णु देव साय खेती किसानी में रुचि रखने वाले राजनेता हैं। इसके साथ में वे जड़ी-बूटियों के जानकार भी हैं। मुख्यमंत्री को जानने वाले बताते हैं कि वह खेती किसानी में बहुत रुचि रखते हैं। नदी के तट पर अपने घर में वह सब्जियां उगाते हैं। कोरोना काल में वह गांव में सब्जी उगाते रहे। नदी की रेत में खीरा, ककड़ी, मूंगफली आदि की खेती के लिए गांव के किसानों को प्रेरित किया। उनके प्रयासों से गांव में कृषि के क्षेत्र में उन्नति हुई है।
जनसंघ की विरासत अपने दादा से मिली
मुख्यमंत्री साय को जनसंघ की विरासत अपने दादा स्वर्गीय बुधनाथ साय से मिली। उनके दादा स्वतंत्रता के पश्चात सन् 1947 से 1952 तक तत्कालीन सीपी एंड बरार विधानसभा में मनोनीत विधायक भी रहे। साय का परिवार शुरू से ही जनसंघ से जुड़ा रहा। उनके बड़े पिताजी स्वर्गीय नरहरि प्रसाद साय वर्ष 1977-79 तक जनता पार्टी सरकार में संचार राज्य मंत्री रहे।
अब मुख्यमंत्री बनकर राज्य की सेवा करेगा
मुख्यमंत्री साय जंगली जड़ी-बूटियों के अच्छे जानकार हैं। वह पथरी की अचूक दवा देते हैं। उनके कई लाभार्थी उनकी दवा की प्रशंसा करते हैं। साय की मां जसमनी देवी ने बेटे के मुख्यमंत्री बनने पर कहा, मेरे बेटे बाबू (विष्णु देव का निकनेम) ने सबसे पहले परिवार की सेवा की, फिर गांव की सेवा की। विधायक, सांसद, मंत्री रहकर क्षेत्र की सेवा की, अब मुख्यमंत्री बनकर राज्य की सेवा करेगा।