फर्जी दस्तावेज से 20.55 लाख का लोन, दो भाई गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ के न्यायधानी बिलासपुर से फर्जीवाड़े का बड़ा मामला सामने आया है। दो सगे भाइयों ने पट्टे की जमीन पर फर्जी कब्जा प्रमाण पत्र बनवाकर बैंक से 20.55 लाख रुपए का लोन ले लिया।
छत्तीसगढ़ के न्यायधानी बिलासपुर से फर्जीवाड़े का बड़ा मामला सामने आया है। दो सगे भाइयों ने पट्टे की जमीन पर फर्जी कब्जा प्रमाण पत्र बनवाकर बैंक से 20.55 लाख रुपए का लोन ले लिया। दोनों भाइयों ने पहले जरूरी दस्तावेजों के नकली पेपर दस्तावेज तैयार किए। इसके बाद उसी फर्जी दस्तावेज के सहारे लोन ले लिया। दोनों ने कर्ज चुकाने के लिए फर्जीवाड़ा किया।
यह पूरा मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र का है। नयापारा में खसरा नंबर 675/3 की 2777 वर्गफीट जमीन पर बजरंग कोरी और गणेश कोरी को मुख्यमंत्री आबादी पट्टा जारी हुआ था। इन दोनों ने वसीम कुरैशी व अन्य के साथ मिलकर फर्जी पटवारी प्रतिवेदन और हस्ताक्षर के आधार पर कब्जा प्रमाण पत्र तैयार किया और रजिस्ट्री दस्तावेज बनवाकर जमीन को एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक में गिरवी रख लोन ले लिया।
हल्का क्रमांक 41 के पटवारी राजेश पांडेय को जानकारी होने पर जांच की गई, जिसमें दस्तावेज फर्जी पाए गए। एसडीएम और तहसीलदार के निर्देश पर पटवारी की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में किस प्रकार के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है?
बिलासपुर में दो सगे भाइयों ने पट्टे की जमीन पर फर्जी कब्जा प्रमाण पत्र बनवाकर बैंक से 20.55 लाख रुपए का लोन लिया। इसके लिए उन्होंने नकली दस्तावेज तैयार किए थे।
इस फर्जीवाड़े में किस प्रकार के दस्तावेज का इस्तेमाल किया गया था?
आरोपियों ने फर्जी पटवारी प्रतिवेदन और हस्ताक्षर के आधार पर कब्जा प्रमाण पत्र तैयार किया और रजिस्ट्री दस्तावेज बनवाकर जमीन को गिरवी रखकर लोन लिया।
इस फर्जीवाड़े का खुलासा कैसे हुआ और क्या कार्रवाई की गई?
हल्का क्रमांक 41 के पटवारी राजेश पांडेय को जानकारी मिलने पर जांच की गई, जिसमें दस्तावेज फर्जी पाए गए। इसके बाद एसडीएम और तहसीलदार के निर्देश पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।