छत्तीसगढ़ के स्कूलों की किताबों में AI और रोबोटिक्स की धमक, 2026-27 से किताबें नए रंग-रूप में

छत्तीसगढ़ के स्कूली बच्चों के लिए शैक्षणिक सत्र 2026-27 में अच्छी खबर है। नए सत्र में चौथी, पांचवीं, सातवीं और आठवीं कक्षा की पुस्तकें बिलकुल नए रंग-रूप में नजर आएंगी। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।

author-image
Krishna Kumar Sikander
New Update
AI and robotics are making a splash in Chhattisgarh school books the sootr
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

छत्तीसगढ़ के स्कूली बच्चों के लिए शैक्षणिक सत्र 2026-27 में अच्छी खबर है। नए सत्र में चौथी, पांचवीं, सातवीं और आठवीं कक्षा की पुस्तकें बिलकुल नए रंग-रूप में नजर आएंगी। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। 2025 के अंत तक नया पाठ्यक्रम तैयार हो जाएगा, जिसे छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम को सौंप दिया जाएगा। ये नई किताबें राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के पाठ्यक्रम पर आधारित होंगी। हालांकि इनमें 10-20% बदलाव किए गए है। नए किताबों में छत्तीसगढ़ की संस्कृति, इतिहास और स्थानीय खासियतों का तड़का भी होगा।

ये खबर भी पढ़ें... रद्दी में मिली चालू शिक्षा सत्र की किताबें, छात्रों को देने की जगह कबाड़ में बेच दी गईं पुस्तकें

स्थानीय और राष्ट्रीय का अनोखा संगम

नया पाठ्यक्रम NCERT की गाइडलाइंस पर बनेगा, ताकि बच्चे राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा के साथ-साथ अपनी जड़ों से भी जुड़ सकें। इसमें छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, इतिहास और भौगोलिक जानकारी को खास जगह दी जाएगी। इससे पहले 2025-26 सत्र में पहली, दूसरी, तीसरी और छठवीं कक्षा की किताबें भी NCERT आधारित तैयार की गई थीं, जिनमें मातृभाषा में पढ़ाई और स्थानीय संदर्भों का समावेश किया गया था। 

ये खबर भी पढ़ें... स्कूल की किताबें कबाड़ी को बेचते रंगे हाथों पकड़ी गई संकुल समन्वयक, DEO ने किया निलंबित

सिर्फ डिग्री नहीं, हुनर का मंत्र

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत यह बदलाव हो रहा है, जिसका मकसद बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक और भविष्योन्मुखी शिक्षा देना है। NCERT ने NEP के दिशा-निर्देशों के आधार पर पहले ही पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है, जिसे छत्तीसगढ़ अपने स्थानीय रंग-ढंग के साथ लागू कर रहा है। 

ये खबर भी पढ़ें... किताबें बनेगी कमाई का जरिया, किताबें पढ़ने के शौक को बनाएं क्रिएटिव करियर

भविष्य की राह AI और रोबोटिक्स 

सबसे रोमांचक बात यह है कि नया पाठ्यक्रम बच्चों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और रोबोटिक्स जैसे आधुनिक विषयों से जोड़ेगा। SCERT ने इसके लिए एक खास टीम बनाई है, जो यह तय करेगी कि इन विषयों को किन कक्षाओं में और कैसे पढ़ाया जाए। यह कदम बच्चों को टेक्नोलॉजी के युग में आगे बढ़ने के लिए तैयार करेगा, ताकि वे भविष्य की चुनौतियों के लिए सक्षम बन सकें। 

ये खबर भी पढ़ें... कैसे शुरू होगा नया शैक्षणिक सत्र... अभी तक नहीं छपी किताबें

शिक्षा को देगा नया आयाम 

छत्तीसगढ़ के स्कूलों में यह बदलाव न सिर्फ शिक्षा को नया आयाम देगा, बल्कि बच्चों को अपनी मिट्टी से जोड़े रखते हुए वैश्विक मंच पर चमकने का मौका भी देगा। तैयार हो जाइए, क्योंकि छत्तीसगढ़ के बच्चे अब AI और रोबोटिक्स के साथ भविष्य की उड़ान भरने वाले हैं!

thesootr links
•    मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
•    छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
•    राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
•    रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

 

छत्तीसगढ़ के स्कूलों की किताब | छत्तीसगढ़ के स्कूलों की किताबों में AI और रोबोटिक्स की धमक | छत्तीसगढ़ में 2026-27 से किताबें नए रंग-रूप में | chhattisgarh school | chhattisgarh school news | Chhattisgarh school books | AI and robotics are making a splash in Chhattisgarh school books

 

 

 

 

AI and robotics are making a splash in Chhattisgarh school books Chhattisgarh school books chhattisgarh school news chhattisgarh school छत्तीसगढ़ में 2026-27 से किताबें नए रंग-रूप में छत्तीसगढ़ के स्कूलों की किताबों में AI और रोबोटिक्स की धमक छत्तीसगढ़ के स्कूलों की किताब छत्तीसगढ़ के स्कूल