आयुर्वेद शिक्षा के बढ़ते अवसर छत्तीसगढ़ में 7 आयुर्वेद कॉलेज (2 सरकारी और 5 निजी) हैं। इन कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए यह एक नया अवसर है। एसोसिएट प्रोफेसर शुक्ला के अनुसार, इस कदम से आयुर्वेद के प्रति छात्रों का आकर्षण बढ़ेगा, जिससे शिक्षा, शोध और नवाचार को प्रोत्साहन मिलेगा। इस विषय में नेट की पात्रता से छात्रों को विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों में अध्यापन और शोध कार्य के अवसर भी मिलेंगे।
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यूजीसी ने जारी किया सिलेबसइसके साथ ही आयुर्वेदिक दवा कंपनियों, चिकित्सालयों, और शोध संस्थानों में भी रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। 10 नए अध्यायों के माध्यम से परीक्षा का स्वरूप आयुर्वेद बायोलॉजी विषय के लिए यूजीसी ने सिलेबस जारी किया है, जिसमें आयुर्वेद का इतिहास, दर्शन, शरीर रचना, पदार्थ विज्ञान, रोग जीव विज्ञान, कोशिका जैविकी आदि से संबंधित कुल 10 अध्याय शामिल हैं।
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नेट की परीक्षा में इन्हीं 10 अध्यायों से सवाल पूछे जाएंगे। यूजीसी की इस पहल से आयुर्वेद कॉलेजों में नियमित प्रोफेसरों की नियुक्ति का रास्ता भी खुलेगा, जिससे शिक्षा गुणवत्ता और कौशल में सुधार की संभावना है।
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