रायपुर : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ( Former Chief Minister Bhupesh Baghel ) ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बघेल ने कहा कि बलौदाबाजार (Balodabazar ) में जो घटना हुई है वो दरअसल सरकार ही प्रयोजित कार्यक्रम था। सारे तथ्य यह दिखाते हैं कि इसमें सरकार की मिली भगत थी। भूपेश ने कहा कि यह देश के इतिहास में पहली घटना है जब कलेक्टर और एसपी ऑफिस में आग लगा दी गई हो। जब एसपी ऑफिस सुरक्षित नहीं है तो आम जनता का क्या होगा। भूपेश ने कहा कि बीजेपी से जब प्रदेश नहीं संभाल रहा, कानून व्यवस्था नहीं संभल रही तो पूरी सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए।
रायपुर में धरना प्रदर्शन के दौरान पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि पुलिस ने जिन तीन मजदूरों को पकड़ा है वे बीजेपी से जुड़े ठेकेदार के लोग हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के बाद से पुलिस घर-घर में घुसकर लोगों को मार रही है। बघेल ने कहा कि कांग्रेस नेताओं पर बीजेपी सरकार झूठे आरोप लगा रही है। बलौदाबाजार की घटना के बाद कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किया। भूपेश बघेल रायपुर के प्रदर्शन में शामिल हुए।
जगदलपुर में दीपक बैज हुए शामिल
बस्तर के संभागीय मुख्यालय जगदलपुर के सिरहासार चौक पर कांग्रेस का प्रदर्शन हुआ। इसमें पीसीसी चीफ दीपक बैज, पूर्व मंत्री मोहन मरकाम समेत कांग्रेस के अन्य नेता शामिल हुए। बैज ने कहा कि बीजेपी, कांग्रेस नेताओं पर झूठ आरोप लगा रही है। कांग्रेस के किसी नेता ने कोई भाषण नहीं दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि बलौदाबाजार घटना में कलेक्टर और एसपी शामिल रहे। बीजेपी की सरकार निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर रही है। भूपेश ने कहा कि कांग्रेस की मांग है कि जो सही में दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई हो। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि दंगा फैलाने की कोशिश सरकार ने की है।
बलौदाबाजार में विकास उपाध्याय का मौन प्रदर्शन
बलौदाबाजार में कांग्रेस ने विकास उपाध्याय को प्रभारी बनाया था। कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए बलौदाबाजार में पुलिस ने जगह-जगह नाकेबंदी की। रायपुर जा रहे नेताओं को रोका गया। वहीं, जिला कांग्रेस कार्यालय में भी भारी बल तैनात किया गया।
पूर्व विधायक विकास उपाध्याय को भी बलौदाबाजार के रास्ते पर पुलिस ने रोक लिया। विकास उपाध्याय ने मौन प्रदर्शन किया। उन्होंने मुंह पर पट्टी बांधकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। इस बीच बलौदाबाजार भाटापारा जिला प्रशासन ने लोगों से शांति भंग करने वालों की जानकारी देने की अपील की है। ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। प्रशासन ने जिले में 20 जून तक धारा-144 बढ़ा दी है। इससे पहले इसे 10 जून रात 9 बजे से 16 जून की रात 12 बजे तक लागू किया गया था।