नरेंद्र मोदी किराए की कार से अटल जी की सभा के लिए जुटाते थे भीड़
एक समय था, जब कांग्रेस का दबदबा इतना था कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी का नाम भी नहीं लिया जाता था। वक्त बदला और अब वही बीजेपी न सिर्फ सत्ता में है, बल्कि कांग्रेस को हाशिए पर धकेल चुकी है।
छत्तीसगढ़ में 6 अप्रैल 1980 को बनी बीजेपी रविवार को अपना 46वां स्थापना दिवस मना रही है। एक समय था, जब कांग्रेस का दबदबा इतना था कि प्रदेश में बीजेपी का नाम भी नहीं लिया जाता था। हालांकि, अब वही बीजेपी न सिर्फ सत्ता में है, बल्कि कांग्रेस को हाशिए पर धकेल चुकी है।
छत्तीसगढ़ में बीजेपी की मजबूती से नींव रखने वालों में कुशाभाऊ ठाकरे, अटल बिहारी वाजपेयी, राजमाता सिंधिया, लालकृष्ण आडवाणी, नरेंद्र मोदी, अरुण जेटली, जेपी नड्डा, सौदान सिंह, राम प्रताप सिंह और दिलीप सिंह जूदेव का नाम शामिल हैं। इन दिग्गजों ने न सिर्फ संगठन खड़ा किया, बल्कि जनमानस के बीच भरोसे की जड़ें जमाईं।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय के अनुसार साल 1998 में नरेंद्र मोदी को मध्य प्रदेश ( MP ) का प्रभारी बनाया गया था। वे छत्तीसगढ़ भी आते थे। तब मोदी प्रदेशभर में घूमकर संगठन की बैठक लेते थे। साय के अनुसार मोदी अक्सर बस्तर इलाके में चर्चित गोयल धर्मशाला में रुकते थे। भोपाल में भी एक कमरा मोदी ने ले रखा था, वहां भी रहते थे।
साल 1998 में चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी आने वाले थे। इस दौरान बस्तर में उनकी सभा होनी थी। जगदलपुर के लालबाग मैदान में भव्य पंडाल बना था। सारी व्यवस्था नरेंद्र मोदी संभाल रहे थे। यहां आते ही मोदी ने युवा मोर्चा और कार्यकर्ताओं की बैठक ली। किराए की सुमो गाड़ी में जगदलपुर में मोदी घूमा करते थे। स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर मोदी ने भीड़ जुटाई थी।
बीजेपी का स्थापना दिवस कब मनाया जाता है और इस वर्ष यह कौन सा स्थापना दिवस है ?
बीजेपी का स्थापना दिवस 6 अप्रैल 1980 को हुआ था। इस वर्ष पार्टी अपना 46वां स्थापना दिवस मना रही है।
छत्तीसगढ़ में बीजेपी की मजबूती की नींव रखने में कौन-कौन से प्रमुख नेताओं का योगदान था ?
छत्तीसगढ़ में बीजेपी की मजबूती की नींव रखने वाले प्रमुख नेताओं में कुशाभाऊ ठाकरे, अटल बिहारी वाजपेयी, राजमाता सिंधिया, लालकृष्ण आडवाणी, नरेंद्र मोदी, अरुण जेटली, जेपी नड्डा, सौदान सिंह, राम प्रताप सिंह और दिलीप सिंह जूदेव का नाम शामिल है।
1998 में नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में क्या भूमिका निभाई थी ?
1998 में नरेंद्र मोदी को मध्य प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था, और वे छत्तीसगढ़ आकर संगठन की बैठकों में हिस्सा लेते थे। उन्होंने बस्तर इलाके में गोयल धर्मशाला में रुककर युवा मोर्चा और कार्यकर्ताओं की बैठकें ली, और चुनाव प्रचार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।