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रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव का मंत्रिमंडल अब फुल हो चुका है। हरियाणा फॉर्मूला लगाकर उन्होंने एक मंत्री ज्यादा ही बना लिया है। गजेंद्र यादव,गुरु खुशवंत और राजेश अग्रवाल की शपथ के साथ ही अब उनकी कैबिनेट 14 सदस्यीय हो गई है। एक सीएम और उनके 13 मंत्री। कैबिनेट विस्तार कर सीएम ने जातिगत संतुलन तो साध लिया है लेकिन क्षेत्रीय असंतुलन हो गया।
बस्तर में सबसे ज्यादा फोकस है वहां से सिर्फ एक मंत्री ही है। रायपुर शहर को टीम में जगह ही नहीं मिली। महिला प्रतिनिधित्व देने में भी सीएम ने कंजूसी कर ली। इस मामले में सरगुजा संभाग सबसे ज्यादा फायदे में रहा। यहां से सीएम समेत चार मंत्री आते हैं। सीएम की टीम में जातिगत तौर पर आदिवासी,अनुसूचित जाति,ओबीसी और सामान्य वर्ग के सदस्य शामिल हैं।
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जाति साधने में क्षेत्रीय असंतुलन
आज की राजनीति में जाति सबसे अहम है लेकिन सियासी समीकरण साधने के लिए क्षेत्रीय संतुलन को भी उतना ही महत्व दिया जाता है। विष्णु कैबिनेट के विस्तार के साथ यह बात साफ हो गई कि उन्होंने जाति तो साध ली लेकिन क्षेत्र बिगड़ गया। सरगुजा संभाग से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय खुद आते हैं। लेकिन इस संभाग से ही एक और मंत्री राजेश अग्रवाल को ले लिया। अब सरगुजा संभाग में सीएम समेत पांच मंत्री हो गए।
इनमें लक्ष्मी राजवाड़े, रामविचार नेताम,श्याम बिहारी जायसवाल और अब राजेश अग्रवाल शामिल हैं। बिलासपुर संभाग से तीन मंत्री आते हैं इनमें डिप्टी सीएम अरुण साव, वित्त मंत्री ओपी चौधरी और लखनलाल देवांगन शामिल हैं। दुर्ग संभाग से डिप्टी सीएम विजय शर्मा और दयालदास बघेल आते थे लेकिन अब गजेंद्र यादव का नाम शामिल हो गया है। अब यहां से तीन मंत्री आते हैं।
रायपुर संभाग से टंकराम वर्मा और अब गुरु खुशवंत साहेब मिलाकर दो मंत्री हो गए। बचा बस्तर जहां से सिर्फ केदार कश्यप आते हैं। सीएम की टीम में रायपुर शहर से कोई नहीं है। छत्तीसगढ़ में संभवत: यह पहली बार हुआ होगा जब लोकल रायपुर से कोई मंत्री न बना हो।
वहीं सरकार का इन दिनों बस्तर पर सबसे ज्यादा फोकस है लेकिन विस्तार में वहां से भी कोई मंत्री नहीं बनाया गया। बस्तर सिर्फ एक मंत्री के सहारे है। बीजेपी में महिला प्रतिनिधत्व की बहुत बातें होती हैं लेकिन 14 सदस्यीय टीम में सिर्फ एक महिला मंत्री हैं यानी सिर्फ 7 फीसदी महिला प्रतिनिधित्व है।
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सीनियर रह गए,नए चेहरों को मौका
इस मंत्रिमंडल विस्तार में सीनियर विधायकों की उम्मीद पूरी नहीं हुई। केंद्र से फ्री हैंड लेकर सीएम ने अपनी टीम का विस्तार किया और सभी नए चेहरों को मौका दिया। ये तीनों पहली बार के विधायक हैं। इनमें से गजेंद्र यादव को छोड़ दें तो बाकी दो कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं।
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सीनियर विधायकों में राजेश मूणत,अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर,धर्मलाल कौशिक, लता उसेंडी, विक्रम उसेंडी और रेणुका चौधरी की दावेदारी थी। यदि इनमें से किसी एक को लिया जाता तो अंदरुनी टकराव हो सकता था इसलिए सभी से परहेज बरता गया।
सीएम की पूरी टीम देखें तो उसमें रामविचार नेताम, केदार कश्यप और दयालदास बघेल ही ऐसे हैं जो पहले रमन सिंह की कैबिनेट में शामिल थे। बाकी अधिकांश चेहरे नए हैं और पहली बार के विधायक हैं। अरुण साव जरुर पहले सांसद भी रहे हैं।
विष्णु कैबिनेट का नया चेहरा
सरगुजा संभाग
सीएम विष्णुदेव साय
लक्ष्मी राजवाड़े
रामविचार नेताम
श्यामबिहारी जायसवाल
राजेश अग्रवाल
बिलासपुर संभाग
डिप्टी सीएम अरुण साव
लखनलाल देवांगन
ओपी चौधरी
दुर्ग संभाग
डिप्टी सीएम विजय शर्मा
दयालदास बघेल
गजेंद्र यादव
रायपुर संभाग
टंकराम वर्मा
गुरु खुशवंत साहेब
बस्तर
केदार कश्यप
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