सीबीआई ने महादेव सट्टा ऐप के मामले में छत्तीसगढ़, दिल्ली, भोपाल और कोलकाता समेत 4 राज्यों में 60 जगहों पर छापेमारी की। एजेंसी की 10 से ज्यादा टीमों ने रायपुर, दुर्ग और भिलाई में छापे मारे, जिसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनके दो OSD (आधिकारिक सचिव), आशीष वर्मा और मनीष बंछोर, और उनकी पूर्व सचिव सौम्या चौरसिया के घर भी शामिल थे।
भूपेश बघेल का आरोप - छापेमारी प्रधानमंत्री के भाषण के लिए
CBI की छापेमारी के बाद भूपेश बघेल ने कहा कि यह छापेमारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने और उनके भाषण के कंटेंट को तैयार करने के उद्देश्य से की गई है। सीबीआई की टीम भूपेश बघेल के घर से तीन मोबाइल फोन और कई डिजिटल और दस्तावेज ले गई। बघेल ने यह भी आरोप लगाया कि अफसरों को पंडित प्रदीप मिश्रा से पूछना चाहिए कि सौरभ चंद्राकर से उनका क्या संबंध है। मिश्रा सीएम के क्षेत्र में कथा कर रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं का हंगामा और विरोध
बता दें कि भूपेश बघेल के घर से रेड के बाद सीबीआई की टीम तीन गाड़ियों में घटनास्थल से रवाना हुई थी। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने सीबीआई की गाड़ियों को रोकने की कोशिश की थी और जमकर हंगामा किया था। विधायक देवेंद्र यादव के घर से भी सीबीआई की गाड़ियां प्रदर्शन के बीच निकलीं, जिससे पूरे इलाके में तनाव फैल गया था।
आपको बता दें कि रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा और 4 IPS अधिकारी आनंद छाबड़ा, अभिषेक पल्लव, आरिफ शेख, प्रशांत अग्रवाल के घर पर भी छापेमारी हुई थी। साथ ही ASP संजय ध्रुव और दो सिपाही नकुल-सहदेव के घर भी टीम ने दबिश दी थी। इसके अलावा प्रशांत त्रिपाठी के यहां भी CBI ने छापेमारी की।
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