/sootr/media/media_files/2025/06/11/wBi9zdKNb9ujk75P0tqZ.jpg)
CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में मानसून की रफ्तार सुस्त बनी हुई है, लेकिन राजधानी रायपुर में मंगलवार शाम को हुई आधे घंटे की तेज बारिश ने शहर की सड़कों को घुटनों तक पानी में डुबो दिया। विधानसभा क्षेत्र सहित कई इलाकों में जलभराव और ब्लैकआउट की स्थिति पैदा हो गई।
मौसम विभाग के अनुसार, यह बारिश मानसूनी नहीं थी। विभाग का कहना है कि मानसून को बस्तर पार कर राज्य के अन्य हिस्सों में पहुंचने में अभी 2–3 दिन और लग सकते हैं।
बस्तर संभाग में अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने बस्तर संभाग के लिए चेतावनी जारी की है: 5 जिलों में यलो अलर्ट और 4 जिलों में ऑरेंज अलर्ट। इन क्षेत्रों में आज गरज-चमक के साथ तेज बौछारें, आंधी और बिजली गिरने की आशंका है। विभाग ने नागरिकों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी है।
जून में अब तक सूखे की स्थिति
हालांकि मई में रिकॉर्डतोड़ बारिश हुई थी, लेकिन जून महीने की शुरुआत राज्य के लिए अच्छी नहीं रही है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार 33 में से 27 जिलों में सामान्य से कम बारिश, पूरे राज्य में औसतन 51% बारिश की कमी, खरीफ फसलों पर असर की संभावना
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, मानसून की धीमी गति अगर यूं ही बनी रही तो खेती-किसानी पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
तापमान में हल्की गिरावट की उम्मीद
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले चार दिनों में राज्य का औसतन तापमान 2 से 4 डिग्री तक घट सकता है।
सोमवार को राजनांदगांव सबसे गर्म (39.5°C)
वहीं दुर्ग में सबसे कम न्यूनतम तापमान (24.2°C) दर्ज किया गया।
पिछले साल की तुलना में बेहतर स्थिति
हालांकि इस बार की स्थिति पिछले साल की तुलना में थोड़ी बेहतर है:
2024 में 1 जून को तापमान 45.7°C दर्ज हुआ था।
इस साल अब तक अधिकतम तापमान 42-43°C के बीच रहा है।
2024 में जून का औसत अधिकतम तापमान 38.6°C, जबकि न्यूनतम 27.7°C था।
ये खबर भी पढ़ें... Weather Update: गर्जना के साथ छत्तीसगढ़ में दस्तक देगी बारिश, गर्मी से मिलेगी राहत
मई में 374% अधिक बारिश
मई में बंगाल की खाड़ी में बने लगातार सिस्टम्स और जल्दी पहुंचे मानसून की वजह से छत्तीसगढ़ में 373% अधिक वर्षा हुई। 22 से 28 मई के बीच 53.51 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई।
बारिश का असंतुलित वितरण
1 जून से 10 जून के बीच बारिश की स्थिति अस्थिर रही:
1 जून: 33 जगहों पर बारिश
3 जून: केवल 3 जगहों पर
4-5 जून: कहीं भी नहीं
6 जून: 5 जिलों में
8 जून: 4 जिलों में
10 जून: केवल बस्तर में 10 मिमी बारिश
गरज-चमक के दौरान रखें सावधानी
मौसम विभाग ने थंडरस्टॉर्म और बिजली गिरने के दौरान कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बताई हैं: बिजली की गड़गड़ाहट सुनते ही घर में या पक्के आश्रय में जाएं। यदि कोई आश्रय न हो, तो उकड़ू बैठें। पेड़ों के नीचे न रुकें। बिजली की लाइन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूर रहें।
मानसून की अवधि लंबी हो सकती है
मानसून इस बार 24 मई को ही केरल पहुंच गया था, जो सामान्य तारीख से 8 दिन पहले है। अगर लौटने की सामान्य तारीख (15 अक्टूबर) को ही वापसी होती है, तो मानसून की अवधि कुल 145 दिन रहेगी। हालांकि बीच में मानसून ब्रेक नहीं आया तो इससे खेती को फायदा मिल सकता है।
छत्तीसगढ़ में मौसम की अनिश्चितता और मानसून की सुस्ती ने फिलहाल चिंताएं बढ़ा दी हैं। शहरों में अचानक बारिश से जलभराव और ग्रामीण इलाकों में सूखा जैसी स्थिति ने प्रशासन और किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में हल्की राहत की उम्मीद जताई है, लेकिन अभी मानसून के पूरी तरह सक्रिय होने में समय लग सकता है।
raipur rain alert | lightning | छत्तीसगढ़ मौसम अपडेट | छत्तीसगढ़ में मानसून | रायपुर में बारिश | बिजली गिरने का अलर्ट
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें 📢🔃 🤝💬👩👦👨👩👧👧