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CG Wheather: छत्तीसगढ़ में मानसून की चाल फिलहाल धीमी पड़ गई है। जहां एक ओर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क बना हुआ है, वहीं राजधानी रायपुर में आज आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ गरज-चमक और हल्की वर्षा की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार रायपुर का अधिकतम तापमान लगभग 39 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।
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मानसून की रफ्तार पर विराम
प्रदेश में मानसून फिलहाल नारायणपुर और कोंडागांव के बाद आगे नहीं बढ़ सका है। इसकी मुख्य वजह बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में मौसमी सिस्टम का कमजोर पड़ जाना है, जिससे छत्तीसगढ़ में पिछले पांच दिनों से मानसून ठिठका हुआ है।
चार जिलों में येलो अलर्ट
बस्तर संभाग के बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर और सुकमा जिलों में मौसम विभाग ने आज थंडरस्टॉर्म (येलो अलर्ट) जारी किया है। यहां 40–50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, बिजली गिरने की आशंका है। बाकी जिलों में मौसम सामान्य बना रहेगा।
राजधानी रायपुर का मौसम
राजधानी रायपुर में लोगों को आज बादलों की आवाजाही और हल्की वर्षा का अनुभव हो सकता है। सुबह से ही धूप-छांव का सिलसिला बना हुआ है। गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। अधिकतम तापमान 39 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री के आसपास रह सकता है।
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बीते सप्ताह में बारिश की स्थिति
28 मई (बुधवार): 74 स्थानों पर बारिश
29 मई (गुरुवार): 27 स्थानों
31 मई (शुक्रवार): 25 स्थानों
1 जून (शनिवार): 20 स्थानों
2 जून (रविवार): 33 स्थानों
3 जून (सोमवार): 3 स्थानों
4 जून (मंगलवार): केवल 1 स्थान
5-6 जून: कहीं भी 10 मिमी से अधिक बारिश नहीं
मई में रिकॉर्ड वर्षा, अब सिस्टम कमजोर
22 मई से 28 मई तक प्रदेश में 53.51 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई। जबकि सामान्य मानसून सीजन में कुल 1200 मिमी पानी गिरता है। इस साल मई में 360% अधिक बारिश हुई, जो बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने सिस्टम की वजह से संभव हुई। लेकिन अब ये सिस्टम निष्क्रिय हो चुके हैं।
लंबे मानसून की उम्मीद?
इस वर्ष मानसून 24 मई को ही केरल पहुंच गया, जो सामान्य तिथि 1 जून से 8 दिन पहले है। यदि यह 15 अक्टूबर तक बना रहता है, तो कुल मानसून अवधि 145 दिन की होगी। यह कृषि और जल संसाधनों के लिए सकारात्मक संकेत हो सकता है, बशर्ते मानसून ब्रेक न हो।
गरज-चमक और बिजली गिरने के दौरान रखें सावधानियां
बिजली गिरने की गड़गड़ाहट सुनते ही सुरक्षित स्थान पर जाएं
पेड़ों के नीचे न रुकें
बिजली की लाइनों और टावरों से दूर रहें
मोबाइल, टीवी जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें
यदि खुले स्थान में हैं, तो उकड़ू बैठ जाएं और जमीन से न्यूनतम संपर्क रखें
छत्तीसगढ़ में मानसून की रफ्तार थमने से तापमान में वृद्धि हो रही है। राजधानी रायपुर जैसे क्षेत्रों में हल्की राहत मिल सकती है, लेकिन अधिकांश जिलों में सूखा ही बना रहेगा। मानसून की प्रगति के लिए अब नए सिस्टम की प्रतीक्षा है।
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