ईसाई से हिंदू बने 35 आदिवासी परिवार, जूदेव ने पैर धोकर कराई घर वापसी

छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण-धर्मांतरण विवाद के बीच सक्ती जिले में ईसाई धर्म अपना चुके 35 परिवारों की घर वापसी हो गई है। बीजेपी नेता और अखिल भारतीय घर वापसी संगठन के प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने पैर धोकर सहसम्मान उनकी सनातन धर्म में वापसी कराई।

author-image
Pravesh Shukla
New Update
chhattisgarh-dharmantaran-versus-ghar-vapsi  the sootr
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण-धर्मांतरण विवाद (conversion controversy)  के बीच सक्ती जिले में ईसाई धर्म अपना चुके 35 परिवारों की घर वापसी हो गई है। बीजेपी नेता और अखिल भारतीय घर वापसी संगठन के प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने पैर धोकर सहसम्मान उनकी सनातन धर्म में वापसी कराई।

पढ़ें: बीजेपी के पूर्व विधायक आहूजा ने वसुंधरा-गहलोत पर कसा तंज, कहा-दोनों ने कोई काम नहीं किया

आस-पास के गांव के हैं सभी

 यह सभी सपरेली और आस-पास के गांव के हैं। बीजेपी नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने दैनिक भास्कर से चर्चा के दौरान कहा कि, वर्तमान के माहौल में यह उन धर्मांतरण-मतांतरण कराने वाले एजेंटों के लिए बड़ा संदेश है।

ये लोग स्लीपर सेल की तरह काम करते हैं: जूदेव

अखिल भारतीय घर वापसी प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि, मिशनरी हमारे लिए चुनौती है। ये लोग स्लीपर सेल की तरह काम करते हैं। एक कड़ा कानून जो दोषियों को सजा दे सके अत्यंत जरूरी है। कांग्रेस ने साजिश के तहत बड़ी शातिराना तरीके से शिक्षा और स्वास्थ्य मिशनरियों को सौंप दिया। जिन्होंने सेवा के बदले सौदा की नीति के तहत धर्मांतरण का खेल खेला। समाज को संगठित कर धर्मांतरण के खिलाफ अभियान जनजागृति का होना बहुत आवश्यक है।

'बहला फुसलाकर कराते हैं धर्मांतरण-मतांतरण'

संगठन के सदस्यों ने बताया कि, पूरे छत्तीसगढ़ में मसीही समाज के लोग धर्मांतरण-मतांतरण करा रहे हैं। लोगों को बहला फुसलाकर और हिंदू धर्म की गलत जानकारी देकर उनको बरगलाया जाता है और कन्वर्जन किया जाता है। उन्होंने कहा कि सनातन देवी देवताओं का अपमान करके सेवा के नाम पर ये सौदा करते है। शिक्षा और स्वास्थ्य के नाम पर पैसे देकर लोगों का धर्मांतरण-मतांतरण करने वाले लोग पूरे प्रदेश में सक्रिय है। जनजातीय इलाके में मसीही समाज के एजेंट बडी संख्या में इस काम को अंजाम दे रहे है।

पढे़ं: पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के पैलेस में चोरी, हाथी की 15 किलो वजनी मूर्ति ले उड़े चोर

'सेवा के बदले सौदा करना गलत, हम इसका विरोध करेंगे'

संगठन ने कहा कि, धर्म का प्रचार करना अलग चीज है। दूसरे धर्म का अपमान करना, दुष्प्रचार करना गलत है। आप मानव कल्याण पर काम करें, दूसरे के धर्म को क्यों बदलवा रहे है। सेवा के बदले सौदा करना गलत है। हम इसके विरूद्ध है। और हम इसके लिए लगातार लड़ेगे

'मुझे बरगलाया, मैं अपने पूर्वजों के धर्म से जुड़ रही'

सपरेली की रहने वाली कविता सुमन ने ईसाई धर्म छोड़कर वापस सनातन धर्म में वापसी की है। उन्होंने समाज के लोगों को बताया कि, मसीही समाज के लोग आते थे और अपने धर्म की बात बताते थे। कहते थे तुम लोग क्या कर रहे हो? मुझे बोले हम तुम्हारी मदद करेंगे। उनकी बात सुनकर मैं धर्मांतरित हो गई? लेकिन अब सनातन धर्म में वापस आ रही हूं।

पढ़ें: छत्तीसगढ़ में तहसीलदारों की हड़ताल समाप्त: सरकार से बातचीत के बाद आंदोलन स्थगित

11 साल में 15 हजार लोगों की करवा चुके घर वापसी

अखिल भारतीय घर वापसी प्रमुख और बीजेपी नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव अपने संगठन की मदद से अब तक 15 हजार लोगों की घर वापसी करा चुके है। संगठन के सदस्यों का कहना है कि, हर वो व्यक्ति जिसके पूर्वज सनातनी थे और किसी वजह से दूसरे धर्म को अपनाए थे, वो सनातन धर्म में वापस लौट सकते है, उनका स्वागत है।


5 प्वॉइंट में समझें पूरी खबर

1. 35 परिवारों की 'घर वापसी'

  • सक्ती जिले के सपरेली और आसपास के गांवों के 35 परिवारों ने ईसाई धर्म छोड़कर फिर से सनातन (हिंदू) धर्म को अपनाया।

  • यह प्रक्रिया प्रबल प्रताप सिंह जूदेव (बीजेपी नेता और अखिल भारतीय घर वापसी संगठन के प्रमुख) ने पैर धोकर सहसम्मान संपन्न कराई।

2. धर्मांतरण पर संगठन की प्रतिक्रिया

  • संगठन का दावा है कि मसीही समाज के लोग शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक मदद के नाम पर लोगों का धर्मांतरण करवा रहे हैं।

  • उन्होंने इसे "सेवा के बदले सौदा" बताया और कहा कि यह सांस्कृतिक एवं धार्मिक रूप से खतरनाक है।

3. स्लीपर सेल और एजेंटों का आरोप

  • प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने मिशनरियों को "स्लीपर सेल" की तरह काम करने वाला बताया।

  • उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने शिक्षा और स्वास्थ्य मिशनरियों को सौंपकर धर्मांतरण को बढ़ावा दिया।

4. धर्म परिवर्तन के अनुभव

  • घर वापसी करने वालों में एक महिला कविता सुमन ने कहा कि उन्हें बहलाया-फुसलाया गया और गलत जानकारी देकर धर्मांतरण कराया गया।

  • अब वह अपने पूर्वजों के धर्म (सनातन धर्म) में लौटने पर संतोष जताती हैं।

5. घर वापसी अभियान का आंकड़ा और समर्थन

  • संगठन के मुताबिक, पिछले 11 वर्षों में करीब 15,000 लोगों की घर वापसी कराई जा चुकी है।

  • कार्यक्रम में कई संत, कथा वाचक, और धर्माचार्य शामिल हुए, जिससे इसे धार्मिक समर्थन भी प्राप्त हुआ।

पढ़ें: भारत को बड़ा मुनाफा... छत्तीसगढ़ के इस जिले में मिला निकेल-क्रोमियम-प्लेटिनम खनिज

झोबा आश्रम में हुआ था आयोजन

इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय कथा वाचिका दीदी प्रज्ञा भारती, झोबा आश्रम के संरक्षक स्वामी दिव्यानंद (ओम बाबा), स्वामी कौशलेन्द्र कृष्ण महाराज, अंजू जयनारायण गबेल (सनातन सेविका), आयुष शर्मा, परमहंस अग्रज, कपिल शास्त्री, आचार्य राकेश, राजा सक्ति धर्मेंद्र सिंह सहित अनेक धर्माचार्य और सहयोगी मौजूद रहे।

FAQ

1 धर्मांतरण (conversion) क्या है और घर वापसी (ghar vapsi) क्या होती है?
धर्मांतरण (conversion) वह प्रक्रिया है जिसमें किसी व्यक्ति का धर्म बदलता है। घर वापसी (ghar vapsi) वही लोग फिर से अपने मूल धर्म जैसे सनातन धर्म में आते हैं।
2 . छत्तीसगढ़ में यह विवाद क्यों महत्वपूर्ण है?
यह विवाद इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें जनजातीय इलाकों में मिशनरियों की भूमिका और कानून की आवश्यकता पर प्रश्न उठते हैं, तथा 35 परिवारों की घर वापसी (ghar vapsi) इसे व्यापक स्तर पर दर्शाती है।
3 भविष्य में धर्मांतरण (conversion) पर कानूनी रोक की क्या अपेक्षा है?
संगठन और बीजेपी नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने स्लीपर सेल जैसी गतिविधियों को रोकने के लिए कठोर कानून की मांग की है, ताकि दोषियों को सजा मिल सके और धर्मांतरण एजेंटों की सक्रियता रोकी जा सके।

thesootr links

 सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬

छत्‍तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला | छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मुद्दा

छत्‍तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला

छत्तीसगढ़ में घर वापसी | "सक्ती में घर वापसी" | छत्तीसगढ़ धर्मांतरण मामले | छत्‍तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला | छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण छत्‍तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामलाका मुद्दा | Missionary | conversion in Chhattisgarh | issue of conversion in Chhattisgarh | religious conversion in chhattisgarh | sakti | Chhattisgarh News | homecoming campaign

 

Chhattisgarh News issue of conversion in Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मुद्दा Conversion घर वापसी छत्तीसगढ़ में घर वापसी homecoming campaign conversion in Chhattisgarh sakti Missionary religious conversion in chhattisgarh छत्तीसगढ़ धर्मांतरण मामले "सक्ती में घर वापसी" 35 परिवारों की घर वापसी