राज्यपाल की सीएम से मुलाकात : छत्तीसगढ़ की सियासत में फिर उबाल आ गया है। इसके पीछे की वजह है छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से मुलाकात। शुक्रवार को बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे पर बहस चली और शनिवार को सीएम राजभवन आ गए। इसी मुलाकात ने कैबिनेट विस्तार की ठंडी केतली में उबाल ला दिया। इसकी जानकारी भी खुद सीएम ने अपने एक्स हैंडल पर दे दी।
सीएम ने एक्स पर मुलाकात के बारे में लिखा
सीएम ने राजभवन से लौटने पर कहा कि राज्यपाल से खाद बीज को लेकर चर्चा हुई है। सीएम ने एक्स पर लिखा कि राजभवन में राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से मुलाकात की। उन्हें प्रदेश की वर्तमान स्थिति, कृषकों को खरीफ फसल के लिए खाद-बीज की उपलब्धता और छत्तीसगढ़ के विकास के लिए चलाई जा रही योजनाओं से अवगत कराया। अब अटकलों का बाजार गर्म है कि क्या कैबिनेट विस्तार को लेकर मुलाकात की गई है और यह खाद बीज की चर्चा तो सिर्फ एक बहाना है।
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क्यों चली ये चर्चा
हाल ही में साय कैबिनेट के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। अब वे पूरी तरह से सांसद के रोल में आ गए हैं। बृजमोहन के पास पांच विभाग थे। इनमें स्कूल शिक्षा, संसदीय कार्य, संस्कृति, धर्मस्व और पर्यटन जैसे अहम विभाग शामिल हैं। आने वाले समय में विधानसभा का मानसून सत्र है। अब चर्चा ये है कि सीएम इन विभागों को फिलहाल मौजूदा मंत्रियों को सौंपेंगे या फिर एक छोटा मंत्रिमंडल विस्तार करेंगे। इन विभागों को संभालने के लिए एक विधायक को मंत्रीपद की शपथ दिलाई जा सकती है। बहुत बड़ा फेरबदल फिलहाल तो नजर नहीं आता है। वैसे भी सीएम ने कैबिनेट विस्तार को आगे बढ़ा दिया था, लेकिन अचानक बृजमोहन का इस्तीफा आ गया और फिर से चर्चाएं शुरू हो गईं। विधानसभा सत्र के पहले संसदीय कार्यमंत्री तो बनाना ही पड़ेगा या फिर किसी वरिष्ठ मंत्री को इसका प्रभार दिया जाएगा। मंत्री रामविचार नेताम को ये विभाग देने की भी चर्चा है।
मूणत, अमर और चंद्राकर पहले ही रेस में
बृजमोहन की खाली कुर्सी के लिए पहले ही रेस लगी हुई है। तीन वरिष्ठ विधायक इस रेस में शामिल हैं। पूर्व मंत्री राजेश मूणत,अमर अग्रवाल और अजय चंद्राकर में से कोई एक इस कुर्सी पर बैठेगा यह तय है। वे रायपुर से आने वाले मूणत होंगे, बिलासपुर जिताने वाले अमर अग्रवाल या फिर अजय चंद्राकर इस कुर्सी पर आएंगे यह अभी तय नहीं है। एक की जगह यदि दो खाली जगहों पर मंत्री बनाए गए तो बस्तर से कोई नया नाम आ सकता है या फिर महिलाओं में लता उसेंडी या रेणुका चौधरी हो सकती हैं। फिलहाल ये से सब अटकलें हैं असली बात को सीएम साय ही जानते हैं।