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आत्मानंद स्कूलों में एडमिशन के लिए इस बार भी होड़ है। एलकेजी की 20 सीटों के लिए आरडी तिवारी स्कूल में करीब 600 आवेदन मिले हैं। बीपी पुजारी स्कूल के लिए तीन सौ से अधिक और शहीद स्मारक स्कूल में इसी क्लास के लिए चार सौ से अधिक फॉर्म आए हैं। क्लास-1 के लिए भी सीटों की तुलना आवेदनों की संख्या अधिक है। सीटें बांटने के लिए 6 से 10 मई के बीच लॉटरी निकाली जाएगी। इसके अनुसार फिर संबंधित स्कूलों में मई में ही दाखिले होंगे।
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छत्तीसगढ़ में कुल 751 आत्मानंद स्कूल हैं। इसमें से 403 इंग्लिश और 348 हिंदी मीडियम वाले स्कूल हैं। दोनों तरह के स्कूलों के लिए आवेदन की प्रक्रिया 10 अप्रैल से शुरू है। 5 मई तक फॉर्म भरे जाएंगे। पिछले साल की तरह ही इस बार भी पुराने आत्मानंद स्कूलों की डिमांड अधिक है।
राजधानी रायपुर के आत्मानंद स्कूल की बढ़ी डिमांड
राजधानी रायपुर में आरडी तिवारी स्कूल, बीपी पुजारी और शहीद स्मारक स्कूल में एलकेजी और क्लास-1 दोनों में एडमिशन दिए जाएंगे। राजधानी में यही तीन आत्मानंद इंग्लिश स्कूल हैं जहां एलकेजी है। अन्य स्कूलों में क्लास-1 में प्रवेश दिए जाएंगे।
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हर स्कूल में 40-50 सीटें हैं। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार क्लास 1 के लिए आवेदन कम आए हैं। हालांकि, सीटों की तुलना में ज्यादा है। गौरतलब है कि रायपुर जिले में कुल 36 आत्मानंद स्कूल हैं। इसमें से तीन स्कूल में इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई होती है। इसी तरह चार हिंदी मीडियम स्कूल हैं। वहीं दूसरी ओर 29 स्कूल ऐसे हैं जिनमें इंग्लिश और हिंदी मीडियम दोनों की पढ़ाई हो रही है।
मिलना था 5 लाख, फंड मिला 1 लाख 79 हजार
एक ओर प्रदेश में आत्मानंद स्कूलों की डिमांड हैं। वहीं दूसरी ओर इन स्कूलों की हालत खराब है। यहां चॉक, डस्टर, रजिस्ट्रर, फिनाइल समेत अन्य छोटी-छोटी चीजें खरीदने के लिए भी स्कूल में पैसे की कमी है। फंड की कमी का असर साफ-सफाई पर भी पड़ा है। दरअसल, इन स्कूलों को आकस्मिक व्यय निधि के तहत 5 लाख रुपए दिए जाते हैं।
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इनसे स्कूल अपनी छोटी-छोटी जरूरतें पूरी करते हैं। लेकिन पिछली बार 1 लाख 79 हजार रुपए फंड दिया गया। नया सत्र जून से शुरू होगा। स्कूलों को कहना है कि इस बार फंड की पूरी राशि नहीं मिली तो परेशानी होगी। गौरतलब है कि प्रदेश के आत्मानंद स्कूलों में पहली से बारहवीं तक की पढ़ाई हो रही है।
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