अब दांतों का इलाज भी आयुष्मान योजना में शामिल होगा। दरअसल, छत्तीसगढ़ सरकार अब आमजन को दांतों से जुड़ी बीमारियों का भी निशुल्क इलाज देने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य सहायता योजना में अब डेंटल उपचार को दोबारा शामिल करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके तहत सरकारी अस्पतालों में दांतों की बीमारियों का इलाज मुफ्त में मिल सकेगा।
ये खबर भी पढ़िए...Monsoon 2025 : जोरदार बारिश के साथ मानसून की एंट्री... येलो अलर्ट जारी
शासकीय डेंटल कॉलेज से मांगा गया प्रस्ताव
प्रदेश सरकार ने इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय से बीमारियों की सूची सहित प्रस्ताव मांगा है। यह प्रस्ताव परीक्षण के बाद स्वास्थ्य योजना में सम्मिलित किया जाएगा। स्वशासी समिति की हालिया बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई और कॉलेज को आवश्यक मशीनें जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
ये खबर भी पढ़िए...बांग्लादेशी महिलाएं छत्तीसगढ़ में चला रही सेक्स रैकेट का धंधा... हुआ बड़ा खुलासा
निजी क्लीनिकों की गड़बड़ियों के कारण हटाया गया था पैकेज से
गौरतलब है कि वर्ष 2019 से पहले दांतों का इलाज आयुष्मान योजना में शामिल था, लेकिन निजी डेंटिस्टों द्वारा अनावश्यक इलाज कर भारी क्लेम किए जाने की शिकायतों के बाद इसे योजना से हटा दिया गया था। खासतौर पर बच्चों और युवाओं को बिना आवश्यकता के तार लगवाने जैसे इलाज कराए जा रहे थे। शिकायतें बढ़ने पर जांच हुई और अनियमितताओं के चलते यह सुविधा वापस ले ली गई।
ये खबर भी पढ़िए...केमिकल प्रोडक्शन में अब धांधली... एक ही पते पर कई फैक्ट्रियां
सरकारी अस्पतालों में इलाज होगा आसान, फीस नहीं लगेगी
वर्तमान में दांतों की समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं। सरकारी डेंटल कॉलेज में भले ही शुल्क कम हो, लेकिन निजी क्लीनिकों में इलाज कराना महंगा साबित होता है। यही कारण है कि सरकार अब एक बार फिर से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए डेंटल ट्रीटमेंट को निशुल्क करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
ये खबर भी पढ़िए...बस्तर में वन मंत्री के करीबी कर रहे अवैध रेत खनन... पूर्व MLA ने पकड़ी JCB
स्वास्थ्य केंद्रों पर सीमित संसाधन, इलाज अधूरा
स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और हमर अस्पतालों में डेंटिस्टों की नियुक्ति की गई है, परंतु वहां इलाज केवल दांतों की जांच और निकालने तक सीमित है। कारण है – उपयुक्त संसाधनों और दवाओं की कमी। फिलहाल इन केंद्रों पर मात्र 10,000 रुपये मासिक फंड जारी किया जाता है, जिससे समुचित इलाज संभव नहीं हो पाता।
आयुष्मान योजना अस्पताल | आयुष्मान योजना की नई पॉलिसी | आयुष्मान योजना के फ्री पैकेज | aayushman card | Ayushman Card | Ayushman Card benefits | CG News | cg news update | cg news today | cg news hindi