RAIPUT. छत्तीसगढ़ के पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के घर और ठिकानों में आयकर विभाग की कार्रवाई खत्म हो गई है। आयकर विभाग के अधिकारियों ने अमरजीत भगत और संबंधित लोगों के घर बुधवार से रविवार तक रेड हुई। पांच दिन तक चले छापेमारी में 18 ठिकानों पर दबिश डाली गई थी। इसके बाद सोमवार को अमरजीत भगत ने प्रेस वार्ता करते हुए छापेमारी को डर और टेरर पैदा करने वाली कार्रवाई बताया। इसके साथ ही भगत ने कहा है कि वे आदिवासी नेता है और बीजेपी को आदिवासी नेताओं का विरोध नहीं पसंद आ रहा है तो सभी को एक लाइन में खड़ा कर गोली मार दें।
क्या कहा पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने?
अमरजीत भगत ने कहा है कि पूरे हिंदुस्तान में टेरर पैदा करने का काम किया जा रहा है। सोरेन के साथ यही हुआ है। उन्हें मुख्यमंत्री पद भी छोड़ना पड़ा। मेरे और मेरे सहयोगियों के ठिकानों पर आईटी की टीम मौजूद रही है। डर कायम करने की कोशिश हुई है। लगातार 5 दिन तक कार्रवाई चलती रही, हमें 5 दिन तक चार दिवारी से नहीं निकलने दिया गया। तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ यही करने की कोशिश की गई है। राहुल गांधी की यात्रा यहां पहुंचने वाली है, तो ये यात्रा सफल न हो इसलिए ये सब हो रहा है। लोकसभा चुनाव में छवि बिगाड़ने के लिए छवि धूमिल करने ये षड्यंत्र किया जा रहा है।
आदिवासियों को जीने का हक नहीं है क्या?
आदिवासियों को लेकर अमरजीत भगत ने आगे कहा है कि आज की डेट में आदिवासी इतना बड़ा चोर हो गया, हमारे जंगल को उजाड़ दिया गया है। आदिवासियों को जीने का हक नहीं है क्या? आवाज उठाने का हक नहीं है क्या? नहीं तो हम आदिवासियों को गोली मार दिया जाए। अमरजीत भगत ने कहा है कि मेरा आदिवासियों से मतलब है कि गैर भाजपाई अदिवासी.. अभी तक किसी मंत्री के पद हटने के बाद अब तक कभी ऐसी कार्रवाई नहीं की गई है। विरोधी दल के आदिवासी नेताओं को एक लाइन में खड़ा कर गोली मार देनी चाहिए, तो विरोध ही नहीं होगा।