/sootr/media/media_files/2025/11/08/brhaspat-singh-2025-11-08-22-21-30.jpg)
RAIPUR. पूर्व विधायक और कांग्रेस से निष्कासित बृहस्पत सिंह ने एक नया बयान देकर प्रदेश की सियासत में खलबली मचा दी है। बृहस्पत सिंह ने इस बार अपनी पूर्व पार्टी की नेता और छत्तीसगढ़ कांग्रेस की सह प्रभारी जरिता लैतफलांग पर वसूली के गंभीर आरोप लगाए हैं।
कांग्रेस के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने जरिता लैतफलांग पर जिलाध्यक्ष बनाने के नाम पर पैसे मांगने के आरोप लगाए है। उनका दावा है कि, कांग्रेस जिलाध्यक्ष उम्मीदवारों को इसके लिए फोन आ रहे है। सरगुजा संभाग में नए जिला अध्यक्षों के नियुक्ति के लिए अननोन नंबर से पैसो की मांग की जा रही है।
ये भी पढ़ें...छत्तीसगढ़ में ठंडी हवाओं का असर : तीन दिन में 4 डिग्री तक गिरेगा तापमान, अंबिकापुर में 13°C तक पहुंचा पारा
पूर्व विधायक ने वीडियो जारी कर क्या कहा?
पूर्व विधायक ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि कांग्रेस में जिला अध्यक्ष के उम्मीदवारों से 5 से 7 लाख रुपए की डिमांड की जा रही है। बृहस्पत सिंह का कहना है कि कांग्रेस जिला अध्यक्ष के उम्मीदवारों के पास कॉल आ रहे हैं। जिसमें उन्हें लेतफलांग का पीए बताकर शख्स कह रहा है किए मैडम आपसे बात करेंगी।
राहुल गांधी के फॉर्मूले की दिलाई याद
बृहस्पत सिंह का कहना है कि राहुल गांधी का जिला अध्यक्ष चयन का ये भी फार्मूला पूरे देश में फेल होता दिख रहा है और अभी तक इस प्रक्रिया के तहत सभी प्रदेश में जिलाध्यक्ष की नियुक्ति हो जानी चाहिए थी। लेकिन अब इस प्रक्रिया के ऊपर प्रश्नचिन्ह लग चुका है और आला कमान अब इस प्रक्रिया के अंतर्गत कैसे परिणाम कैसे घोषणा करेगा।
कांग्रेस ने दर्ज करवाई एफआईआर
इस बारे में पीसीसी के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने तीखा पलटवार करते हुए कहा कि, बृहस्पत सिंह का बयान राजनीति से प्रेरित है। पार्टी ने उनको बाहर निकाल दिया है लेकिन वह फिर से पार्टी में आना चाहते है। उनके आवेदन पर विचार नहीं किया गया, इसलिए वे ऐसा बयान दे रहे है। इधर बृहस्पत सिंह के खिलाफ सरगुजा कांग्रेस ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।
पार्टी में रहने के दौरान भी दिया था बयान
बृहस्पत सिंह छत्तीसगढ़ कांग्रेस पार्टी में रहते हुए अपने ही नेताओं के खिलाफ बयान दिया था। उन्होंने पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव पर अपने हत्या का आरोप लगाया था। जिसके बाद उन्होंने सिंहदेव से माफी मांगकर विवाद शांत किया था। हालांकि उन्हें बीते चुनाव में टिकट नहीं मिला था। कांग्रेस के हार के बाद उन्होंने पार्टी नेताओं के खिलाफ बयानबाजी की थी जिसके बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us