कोरिया. जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़ा गांव कोसाबाड़ी के समीप 29 मार्च 2025 को एक पुलिया के नीचे कंबल, दरी और बोरी में लिपटा हुआ एक अज्ञात शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही कोरिया पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और पुलिस अधीक्षक रवि कुर्रे को अवगत कराया।
ऐसे हुई शव की पहचान
पुलिस अधीक्षक रवि कुर्रे (भा.पु.से.) ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल के नेतृत्व में विशेष जांच टीम गठित की। टीम में उप पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार साहू, साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक विनोद पासवान, निरीक्षक विपिन लकड़ा सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। मौके पर फोरेंसिक और डॉग स्क्वाड की भी मदद ली गई। शव को बाहर निकालकर जांच करने पर पाया गया कि वह लगभग एक सप्ताह पुराना था।
मृतक की पहचान खुटरापारा निवासी अशोक कुमार कुर्रे के रूप में हुई। मृतक की पत्नी सांता कुर्रे ने 26 मार्च को थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, जिसमें उसने बताया था कि उसका पति 21 मार्च से लापता है। लेकिन जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो पता चला कि अशोक 19 मार्च की शाम के बाद से ही अपने कार्यालय नहीं गया था।
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शक की सुई पत्नी और बेटी पर
जांच के दौरान पुलिस को मृतक के घर की दीवारों और फर्श पर खून के धब्बे मिले, जिन्हें गोबर से छिपाने की कोशिश की गई थी। मृतक के कुछ रिश्तेदारों ने शव को लपेटने में उपयोग की गई दरी और रस्सी को उनके घर का ही बताया। इन तथ्यों के आधार पर पुलिस को हत्या में एक से अधिक लोगों के शामिल होने का संदेह हुआ।
जब पुलिस ने मृतक की पत्नी और बेटी से सख्ती से पूछताछ की, तो उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया। पत्नी सांता कुर्रे ने बताया कि उसका पति लंबे समय से उसके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करता था। घर से बाहर जाने नहीं देता था और ड्यूटी पर जाते समय बाहर से ताला लगा देता था। वहीं, मृतक की 21 वर्षीय बेटी सरिता कुर्रे ने बताया कि उसका पिता शराब के नशे में मां के साथ मारपीट करता था और पिछले एक साल से उसके साथ भी अश्लील हरकतें करता था।
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हत्या की योजना और सुपारी किलिंग
इस अत्याचार से तंग आकर मां-बेटी ने अशोक से छुटकारा पाने के लिए उसकी हत्या की योजना बनाई। उन्होंने अपनी जान पहचान की एक महिला शहनाज खान और उसके बेटे तौसिफ खान से संपर्क किया। तौसिफ और उसके साथी अमानुल खान उर्फ बाबा ने हत्या के लिए 1 लाख रुपए की मांग की, जिसमें सौदा तय हो गया।
19 मार्च की रात करीब 10 बजे सरिता ने तौसिफ और अमानुल को घर बुलाकर पिछले दरवाजे से अंदर आने दिया और उन्हें एक खाली कमरे में छिपा दिया। उनके पास चिकन-मटन काटने का धारदार चापड़ था। जैसे ही अशोक कुर्रे रात का खाना खाकर सो गया, सरिता ने मोबाइल पर मैसेज कर तौसिफ और अमानुल को बुलाया। मां और बेटी ने उसके पैर पकड़ लिए और तौसिफ व अमानुल ने चापड़ से उसके सिर और गर्दन पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इसके बाद शव को दरी और बोरी में लपेटकर रस्सी से बांधा गया और बाइक से बड़ा गांव कोसाबाड़ी के समीप पुलिया के नीचे फेंक दिया गया। हत्या के बाद, सरिता ने तौसिफ को 40,000 रुपए का भुगतान किया।
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आरोपियों की गिरफ्तारी और फरार आरोपी
पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है, जबकि अमानुल खान उर्फ बाबा फरार है। घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, चापड़ और मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं।
दर्ज अपराध विवरण
अपराध क्रमांक: 120/2025
धाराएं: 103(1), 238, 61(2) बी
गिरफ्तार आरोपी
- सांता कुर्रे
- सरिता कुर्रे (21 वर्ष)
- शहनाज खान (पति करीमुद्दीन खान)
- तौसिफ खान उर्फ बाबू (20 वर्ष)
- अमानुल खान उर्फ बाबा (फरार)
- अरबाज अंसारी (25 वर्ष, पिता मोमिन अंसारी)
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