Lady Naxal Sunita Arrested : हिड़मा को खूंखार नक्सली बनाने वाली एक करोड़ की इनामी महिला नक्सली कल्पना गिरफ्तार हो गई है। महिला नक्सली कल्पना उर्फ सुजाता (उम्र - 60 साल) को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, महिला नक्सली कल्पना की तबियत कुछ दिनों से ख़राब थी। इलाज के लिए वो तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के महबूब नगर आई थी। इसकी सूचना सुरक्षाबलों को मिली। इसके बाद जवानों ने महिला नक्सली को गिरफ्तार कर लिया।
नक्सली सुजाता ने हिड़मा को बनाया खूंखार नक्सली
16 साल की नाबालिग उम्र में ही हिंसा के मार्ग पर चलने वाले हिड़मा को सुजाता ने ही नक्सली बनाया। महिला नक्सली सुजाता हिड़मा को ट्रेनिंग देती थी। हिड़मा को बंदुक एवं अन्य हथियार चलाना सिखाती थी। नक्सली सुजाता छत्तीसगढ़ के बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा जिलों में 100 से अधिक वारदातों में शामिल रही है। इसके साथ ही सुजाता ने कई महिलाओं को नक्सली बनाया है।
कौन है महिला नक्सली सुजाता?
बंगाल की रहने वाली नक्सली सुजाता एक पढ़ी-लिखी शिक्षित महिला है। सुजाता को साथ भाषाओं का ज्ञान है। हिंदी, अंग्रेजी, बंगला, ओडिया, तेलुगु के साथ-साथ गोंडी, हल्बी बोली भी जानती है। बंगाल में उसे मैनीबाई के नाम से भी जाना जाता है। सुजाता ने नक्सली नेता कोटेश्वर राव उर्फ किशनजी से शादी की थी। इसके बाद वह बंगाल से बस्तर आ गई।
किशनजी को बंगाल का प्रभार दिए जाने के बाद वह कुछ समय तक बंगाल में ही रही। 2011 में किशनजी के मारे जाने के बाद वो बस्तर आ गई।किशनजी के मारे जाने के बाद सुजाता ने नक्सली संगठन छोड़ दिया पर आत्मसमर्पण नहीं की। बता दें कि नक्सली सुजाता को हार्डकोर नक्सली माना जाता है। बस्तर के कई हमलों में सुजाता ने सैकड़ों जवानों की जान ले ली।
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नक्सली सुजाता ने 176 जवानों को मारा
नक्सली सुजाता ने 176 जवानों को मौत के घाट उतार दिया। साल 2007 में एर्राबोर के उरपलमेटा में सीआरपीएफ और जिला पुलिस के जवान सर्चिंग के बाद बेस कैंप लौट रहे जवानों पर हमला कर दिया। इस हमले में 23 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद साल 2010 में सुजाता ने अपनी नक्सली टीम के साथ बस्तर के ताड़मेटला में सर्चिंग के लिए निकले जवानों पर बड़ा हमला किया था।
बता दें कि ताड़मेटला नक्सली हमले में 76 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले में नक्सलियों ने जवानों पर बारुदी सुरंग से हमला किया था, जिससे बड़ा विस्फोट हुआ था। इसके बाद साल 2010 में दंतेवाड़ा नक्सली हमले में 36 जवान मारे गए थे। झीरम घाटी नक्सली हमले में भी नक्सली सुजाता शामिल थी। साल 2017 में 25 जवान शहीद हो गए।
साल 2020 में चिंतागुफा इलाके में नक्सली हमले में 17 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद साल 2021 में बीजापुर जिले के टेकुलगुड़ेम में नक्सलियों ने घात लगाकर सुरक्षा बल की संयुक्त पार्टी पर हमला किया। इस हमले में 21 जवान शहीद हुए। एक जवान राकेश्वर मन्हास को नक्सलियों ने अगवा कर लिया था। उसे बाद में छोड़ दिया था।
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