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Raipur : महादेव एप घोटाले में ईओडब्ल्यू ने एक नई गिरफ्तारी की है। ईओडब्ल्यू ने किशन वर्मा को गिरफ्तार कर रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया। सुनवाई के बाद उसे 19 जुलाई तक न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक किशन वर्मा एएसआई चन्द्रभूषण वर्मा का मैनेजर था जो उसके लेन देन का हिसाब और प्रॉपर्टी की देख-रेख करता था। वहीं महादेव सट्टा एप मामले में लंबे से फरार चल रहे निलंबित आरक्षक सहदेव यादव को भी ईओडब्ल्यू की टीम ने पकड़ा है । टीम ने उसे राजनांदगांव से सोमनी से पकड़ा है।
जेल में रहेगे ये आरोपी
महादेव सट्टा एप मामले में जेल में बंद 9 आरोपियों को पेशी के लिए कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट नें राहुव वकटे. रितेश यादव, भीमसिंह यादव, अर्जुन यादव,अमिल अग्रवाल,चन्द्रभूषण वर्मा सुनील दम्मानी, सतीश चन्द्राकर, अर्जुन सिंह यादव, नीतिश दिवान को 19 जुलाई तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
ईओडब्ल्यू ने निलंबित आरक्षक सहदेव यादव को राजनांदगांव से पकड़ा वह आरक्षक भीम सिंह यादव और अर्जुन यादव का भाई है। सहदेव और उसके भाइयों का कनेक्शन महादेव एप संचालित करने वाले लोगो के साथ था। सहदेव सट्टा चलाने वाले और दुबई में बैठे सन्नी सतनाम से लगातार बात करता भी करता था। सहदेव कई महीने तक बिना किसी जानकारी के गायब भी था। इस दौरान उसका लोकेशन मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में पाया गया। वहीं ऑनलाइन सट्टा ऐप का पैनल भी चल रहा था।
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एसपी ने किया था सस्पेंड
तत्कालीन दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने नवंबर 2022 में सहदेव यादव और भीम सिंह को ऑनलाइन सट्टा में शामिल होना पाया था। इसे लेकर उन्होंने भीम को लाइन अटैच और सहदेव को सस्पेंड किया था। बाद में ईडी ने भीमसिंह यादव को गिरफ्तार किया था। सहदेव यादव और उसका भाई भीम सिंह यादव दुर्ग पुलिस के सबसे अमीर सिपाहियों में कहे जाते है। इनके पास आलीशान मकान है। वही सहदेव के पास कई महंगी गाड़ियां हैं। शहर के पॉश इलाके में प्लॉट और आलीशान घर है।
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