महादेव सट्टा ऐपः महादेव सट्टा ऐप के डायरेक्टर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ सबूत जुटाने की तैयारी छत्तीसगढ़ पुलिस ने शुरू कर दी है। इसके लिए पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक्स्ट्रा ऑडिशन रिपोर्ट भेजेगी, ताकि जांच में छूटे बिंदुओं और संदेहियों को जांच के दायरे में लाकर उनके खिलाफ सबूत जुटाए जा सकें। दोनों के दुबई में होने की जानकारी पुलिस के पास है। रायपुर एसपी ने इनके खिलाफ सबूत जुटाने के लिए गृह मंत्रालय को मामले का पूरा ब्योरा भेज दिया है। इस संबंध में जांच भी चल रही है। पुलिस के मुताबिक मंत्रालय में एक्स्ट्रा ऑडिशन (केस की अतिरिक्त जानकारी) बनाकर भेजेंगे, ताकि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी आ सके। वहीं अब बेनामी खातों से अकाउंट में पैसे लेने वाले बुकी-खिलाड़ियों के खाते भी सीज किए जाएंगे।
दो साल पहले आया रवि-सौरभ का नाम
रायपुर पुलिस ने 2022 में तेलीबांधा इलाके में ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले बुकियों के ठिकाने पर दबिश दी। पता चला कि, बुकी दिनेश और कार्तिक ऑनलाइन आंध्र प्रदेश से दांव लगवा रहे हैं। इसके बाद पुलिस की टीम आंध्र प्रदेश रवाना हुई और वहां से 10 लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्त में आए लोगों से पूछताछ के दौरान पहली बार भिलाई के सौरभ चंद्राकर, रवि उत्पल और कपिल चेलानी का नाम सामने आया। ये लोग परिवार सहित दुबई और दूसरे राज्यों में शिफ्ट हुए थे, ये जानकारी भी पुलिस को उसी समय मिली थी।
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एक साल पहले जारी हुआ लुक आउट सर्कुलर
महादेव बुक के सरगना सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और उसके साथियों के खिलाफ जून 2023 में लुक आउट सर्कुलर जारी हुआ था। यह सर्कुलर ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन, गृह मंत्रालय ने जारी किया गया था। इसके लिए रायपुर पुलिस ने मंत्रालय को पत्र लिखा था। साल भर पहले रायपुर पुलिस ने गूगल से संपर्क किया और प्ले स्टोर से इनके सट्टा ऐप को हटाने के लिए कहा। गूगल ने प्ले स्टोर से ऐप हटा दिया। इसके बाद गिरोह के सदस्यों ने महादेव बुक के नाम से दूसरे ऐप का संचालन शुरू कर दिया।