धान का टोकन न मिलने पर किसान ने ब्लेड से काटा गला, तीन दिनों से लगा रहा था चक्कर

महासमुंद जिले के सेनभाठा गांव में किसान ने धान बेचने के लिए टोकन न मिलने से परेशान होकर ब्लेड से अपना गला काट लिया। किसान के बेटे के अनुसार, वे पिछले तीन दिनों से च्वाइस सेंटर के चक्कर लगा रहे थे, लेकिन टोकन नहीं मिल पा रहा था।

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Harrison Masih
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Mahasamund. महासमुंद जिले के बागबाहरा विकासखंड के ग्राम सेनभाठा से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। धान खरीदी में हो रही देरी और परेशानी के चलते एक किसान ने ब्लेड से अपना गला काटकर आत्महत्या का प्रयास किया है। बताया जा रहा है कि किसान मनबोध गांड़ा को धान बेचने के लिए टोकन नहीं मिल रहा था, जिससे वे परेशान थे। सुबह मनबोध गांड़ा ने अपने खेत में ब्लेड से अपना गला काट लिया। गले की श्वास नली कट जाने के कारण उनकी हालत अत्यंत चिंताजनक बनी हुई है।

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गंभीर हालत में रायपुर रेफर

मनबोध को गंभीर हालत में उनके परिजनों ने तत्काल बागबाहरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, जहां श्वास नली कट गई थी, उन्हें तुरंत रायपुर रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार, मनबोध गांड़ा की स्थिति नाजुक बनी हुई है।

ऐसे समझें पूरा मामला 

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महासमुंद जिले में धान के लिए टोकन न मिलने पर किसान ने ब्लेड से काटा गला।

श्वास नली कट जाने के कारण किसान की हालत गंभीर बनी हुई है। रायपुर के मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।

किसान धान बेचने के लिए पिछले तीन दिनों से च्वाइस सेंटर के चक्कर लगा रहे थे, लेकिन टोकन नहीं मिल पा रहा था।

कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं, उनका कहना है कि किसान सोसायटी नहीं गया था।

किसान के परिवार में 11 सदस्य हैं और इस घटना के बाद परिवार गहरे सदमे में है।

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3 दिन से लगा रहे थे चक्कर

किसान के पुत्र शंकर गांड़ा (34) ने रोते हुए बताया कि उनके परिवार में 11 सदस्य हैं और उनके पास 1 एकड़ 40 डिसमिल जमीन है, जिसका पूरा धान कट चुका है और घर में रखा है। शंकर के मुताबिक, उनके पिता 50 कट्टा धान बेचने के लिए पिछले तीन दिनों से खेमड़ा सोसायटी के अंतर्गत आने वाले च्वाइस सेंटर के चक्कर लगा रहे थे। बार-बार उन्हें बताया जा रहा था कि उनका मोबाइल नंबर अपडेट नहीं हुआ है, जिसके कारण टोकन नहीं कट पा रहा था।

बेटे ने कहा, "मेरे पिता ने काफी टेंशन ले लिया था, लेकिन घर वालों को कुछ नहीं बताया। रोज की तरह सुबह 8 बजे मवेशियों को चराने निकले थे। गांव के खेतों में ही उन्होंने अचानक ब्लेड निकालकर खुद का गला काट लिया।"

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कलेक्टर का बयान

इस दुखद घटना पर महासमुंद कलेक्टर विनय कुमार लंगेह का बयान सामने आया है। उन्होंने दैनिक भास्कर को बताया कि- "संबंधित किसान सोसायटी गया ही नहीं था, बल्कि अन्य स्रोतों से टोकन कटवाने की कोशिश कर रहा था। सोसायटी में टोकन की एक सीमा होती है और टोकन की कोई सामान्य परेशानी नहीं है। फिलहाल, मरीज को इलाज के लिए रायपुर भेजा जा रहा है और सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है।"

इस मामले में जहां परिजन टोकन न मिलने को परेशानी का कारण बता रहे हैं, वहीं कलेक्टर का कहना है कि सोसायटी में कोई सामान्य परेशानी नहीं है और किसान सीधे सोसायटी नहीं गया था। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।

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