छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के पीलूर गांव में नक्सलियों ने कायराना हरकत की है। पुलिस मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने शिक्षा दूत को मौत के घाट उतार दिया। फिलहाल घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। मामला फरसेगढ़ थाना क्षेत्र का है। सूत्रों के मुताबिक, पीलूर गांव के जंगल में नक्सलियों ने शिक्षा दूत की हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि मृतक का नाम विनोद मडे है, जिसकी मुखबिरी के शक में हत्या कर दी गई। फिलाहल घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
टेकलगुड़ेम जंगल से नक्सलियों की 4 भरमार बंदूक बरामद की
नक्सल प्रभावित इलाके में चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों को एक बार फिर बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र के टेकलगुडेम के पुसमपारा के जंगलों में सर्चिग के दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के छिपाकर रखे गए चार भरमार बंदूक बरामद किए हैं।
शिक्षा दूत की हत्या- बीजापुर के पीलूर गांव में नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में शिक्षक विनोद मडे की हत्या कर दी।
फरसेगढ़ थाना क्षेत्र की घटना- मामला फरसेगढ़ थाना क्षेत्र का है, लेकिन फिलहाल इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
जंगल से हथियार बरामद- सुकमा जिले के टेकलगुड़ेम जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान चार भरमार बंदूकें बरामद हुईं।
बड़े हमले की तैयारी- पुलिस को शक है कि नक्सली इन हथियारों का इस्तेमाल किसी बड़े हमले के लिए करने वाले थे।
सुरक्षाबलों की सतर्कता- सीआरपीएफ की 150वीं बटालियन की सतर्कता और तलाशी अभियान से यह बड़ी सफलता मिली।
हमले के लिए जंगल में हथियार छिपा रखे थे नक्सली
मिली जानकारी के मुताबिक नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर सीआरपीएफ 150वीं बटालियन की संयुक्त टीम गश्त पर निकली थी। इस दौरान जब जवान टेकलगुडेम व पुसमपारा के बीच जंगल में पहुंचे तो जमीन के नीचे छिपाए गए हथियारों का पता चला। गहन तलाशी के बाद वहां से चार देशी भरमार बंदूक व अन्य सामग्री बरामद की गई।
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि ये हथियार किसी बड़े नक्सली हमले की तैयारी के तहत वहां छिपाकर रखे गए थे। एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि यह बरामदगी सुरक्षाबलों की सतर्कता और सतत सचिंग अभियान का परिणाम है।