नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है। लाखों के दो इनामी नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। नक्सली 20 साल से एक्टिव थे। दोनों ने 29 से अधिक जवानों की जान ली थी। दरअसल, दोनों नक्सली माओवादी विचारधारा से परेशान थे। इसके चलते रैसिंग कुमेटी और उसकी पत्नी पुनाय आचला ने सुरक्षा बलों के सामने हथियार डाल दिए। दोनों के सिर पर 8-8 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। रैसिंग कुमेटी कांकेर जिले का रहने वाला है।
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20 सालों से ज्यादा एक्टिव थे दोनों
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रैसिंग 2002 से और पुनाय 2005 से माओवादी संगठन में सक्रिय थे। दोनों छत्तीसगढ़ और ओडिशा में कई हिंसक घटनाओं में शामिल रहे हैं। दोनों ने 2009 में मदनवाड़ा में पुलिस पर हमला किया था। इस हमले में राजनांदगांव के एसपी समेत 29 जवान शहीद हुए थे। 2011 में एएसपी राजेश पवार के काफिले पर हमले में भी यह शामिल थे। इस हमले में 9 जवान शहीद हुए थे।
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कई मामले दर्ज
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, राज्य के अलग-अलग थानों में इनके खिलाफ शिकायत दर्ज है। लूटपाट की कई घटनाओं में हासिल है। बता दें कि बस्तर में सुरक्षाबल के जवान नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रहे हैं।
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बीजापुर में चल रहा अभियान
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबल के जवानों बड़ा ऑपरेशन चला रहे हैं। सुरक्षाबल के जवानों ने नक्सलियों के टॉप लीडरों को घेर लिया है। बताया जा रहा है जिस पहाड़ी पर यह अभियान चल रहा है वहां करीब 500 नक्सली मौजूद हैं। जवानों ने सभी को घेर लिया है। सुरक्षाबल के इस मिशन में करीब 24000 हजार जवान शामिल हैं। इस अभियान में तेलंगाना पुलिस के जवान भी शामिल हैं।
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