एमबीबीएस-बीडीएस में एनआरआई कोटे में गड़बड़ी का मामला बढ़ता ही जा रहा है। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने नीट 2024 MBBS-BDS में एडमिशन के लिए काउंसिलिंग मॉपअप राउंड फिलहाल रोक दिया है। ज्ञात हो कि कांग्रेस मेडिकल सेल ने मेडिकल कॉलेजों में NRI कोटे परा एडमिशन को लेकर सवाल उठाए थे।
ज्ञात हो कि मॉकअप राउंड के तहत मंगलवार को सीट एलॉट होनी थीं। चिकित्सा शिक्षा के कमिश्नर ऑफिस से जारी आदेश में मॉकअप राउंड को कैंसिल करने का स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है।
जानकारी के अनुसार चिकित्सा शिक्षा विभाग ने शासन को पत्र लिखा है। इसके साथ ही महाअधिवक्ता से राय मांगे जाने की बात भी सामने आ रही है। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में साल 2018 और 2021 के नियम के आधार पर NRI कोटे में एडमिशन दिए जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में 110 सीटें
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में 5 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज हैं। प्रत्येक कॉलेज में NRI कोटा के स्टूडेंट के लिए 22 सीटें हैं यानी कि 110 सीटें अप्रवासी भारतीय के आरक्षित की गई हैं।
कांग्रेस मेडिकल सेल के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता का कहना है कि अगर एडमिशन के लिए NRI स्टूडेंट नहीं मिल रहे हैं, तो NRI कोटा की सीट को ओपन में लाया जाए। मेरिट में आने वाले स्टूडेंट को पहला मौका दिया जाए।
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NRI के दूर के रिश्तेदारों को नहीं दे सकते एडमिशन
ज्ञात हो कि पंजाब सरकार ने 20 अगस्त को मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए NRI के 15% कोटे के दायरे को बढ़ा दिया था। इसके तहत विदेश में बसे दूर के रिश्तेदारों जैसे मामा, ताऊ-ताई, चाचा-चाची, दादा-दादी बुआ, नाना-नानी को भी NRI कोटे में शामिल कर लिया था।
इस केस को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दूर के NRI रिश्तेदारों को मेडिकल एडमिशन में कोटा देने से रोक दिया है। छत्तीसगढ़ में इस नियम का उल्लंघन किए जाने का मामला सामने आया है।
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