केंद्र सरकार की ‘वन नेशन, वन स्टूडेंट आईडी’ योजना अब स्कूल के विद्यार्थियों के लिए शुरू होने वाली है। इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ के सरकारी और निजी स्कूलों के लाखों छात्रों की आईडी बनेगी। बता दें कि इस योजना में 57 लाख छात्रों की आईडी बनाई जाएगी। बता दें कि यह आईडी आधार कार्ड की तरह काम करेगी। यह आईडी 12वीं के छात्रों की बनेगी।
दरअसल, इस आईडी में छात्र का पूरा शैक्षणिक डेटा होगा, जो एक क्लिक पर कम्प्यूटर स्क्रीन पर खुल जाएगा। अपार आईडी, आधार कार्ड से लिंक होगी। छात्र के साथ पैरेंट्स या परिजन का भी आधार लगाया जाएगा। केंद्रीय स्कूल शिक्षा मंत्रालय स्तर पर इसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। केंद्र सभी राज्यों में एक साथ इसे स्कूल स्तर पर लॉन्च करेगा।
क्या है ‘अपार कार्ड’ का पूरा नाम
‘अपार कार्ड’ का पूरा नाम ‘स्वचालित स्थायी शैक्षणिक खाता रजिस्ट्री (Automated Permanent Academic Account Registry)’ है। इसका मतलब सरकार बच्चों का 12 अंकों का एक ऐसा आइडी कार्ड बनाएगी, जो बचपन से लेकर उनकी पढ़ाई खत्म होने तक स्थायी रहेगा। उनके स्कूल बदलने पर भी उनकी ‘अपार आइडी’ एक ही रहेगी। ये उनके आधार कार्ड से अलग होगा और आपस में लिंक होगा। इसमें उनकी सभी जानकारी स्वयं से बदलती जाएंगी।
कैसे बनेगा यह कार्ड
‘अपार कार्ड’ बनवाने के लिए विद्यार्थी के पास आधार कार्ड होना जरूरी है। वहीं ‘डिजिलाकर’ पर उसका खाता होना भी जरूरी है। इससे विद्यार्थी की ई-केवाईसी पूरी की जाएगी। ‘अपार कार्ड’ छात्र-छात्राओं को उनके स्कूल या कालेज जारी करेंगे। इसके लिए पंजीकरण बच्चों के माता-पिता की सहमति से होगा।
माता-पिता किसी भी समय अपनी सहमति को समाप्त भी कर सकते हैं। स्कूल और कालेज के विद्यार्थियों को एक आवेदन पत्र दिया जाएगा, जिसे वे अपने माता-पिता से भरवाकर जमा कर सकते हैं। अभिभावकों की सहमति के बाद ही स्कूल या कालेज बच्चों का ‘अपार कार्ड’ बना सकेंगे। अपार कार्ड बनवाने के लिए आपको एक भी पैसा फीस के लिए नहीं देना होगा।
कार्ड से छात्रों के लिए लाभ
कार्ड धारक छात्र-छात्राओं को बस यात्रा में सब्सिडी मिल सकती है। कार्ड धारक छात्रों को परीक्षाओं के लिए शुल्क देने में भी आसानी मिल सकती है। इस कार्ड से छात्रों को सरकारी संग्रहालयों में निशुल्क प्रवेश मिल सकता है। छात्रों को किताबों और स्टेशनरी पर भी छूट मिल सकती है। मनोरंजन पार्कों और छात्रावास के लिए सब्सिडी में छूट मिल सकती है।
कुछ लोग अभी भी इस बात से संशय में है कि आधार कार्ड और अपार कार्ड एक ही चीज है तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आधार कार्ड हर एक नागरिक के भारत का मूल निवासी होने का प्रमाण है, जो पढ़े लिखे और गैरशिक्षित सभी लोगों का बन सकता है लेकिन अपार कार्ड की बात करें तो यह केवल उन्हीं विद्यार्थियों का बनता है जो किसी शिक्षण संस्थान से शिक्षा प्राप्त कर रहे होते हैं।
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