police station purification Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से लगातार आपराधिक वारदात हो रही हैं। इससे PHQ यानी पुलिस मुख्यालय में बैठे पुलिस के आला अफसर तो परेशान हैं ही थाने के अमले का भी चैन उड़ा हुआ है। क्राइम कंट्रोल करने के लिए थाने के स्टाफ को जब कुछ समय नहीं आया तो उसने अजीब ही ट्रिक अपनाई। पुलिस वालों ने थाने का शुद्धिकरण कराया। क्या है पूरा माजरा, आइए आपको बताते हैं विस्तार से।
पुलिस ही अंधिवश्वास फैलाए तो उस पर कौन कार्रवाई करे
अंधविश्वास फैलाना क्राइम है। पुलिस का काम होता है कि अंधविश्वास फैलाने वालों पर कार्रवाई करे, लेकिन जब पुलिस ही अंधिवश्वास फैलाने लगे तो उस पर कौन कार्रवाई करेगा। दरअसल, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के तेलीबांधा थाने में सोमवार को कुछ ऐसा हुआ कि लोगों के जहन में इस तरह के सवाल उठे। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने विचार भी व्यक्त किए।
हुआ ये था कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में क्राइम की लगातार वारदात सामने आ रही हैं। इससे तेलीबांधा थाना क्षेत्र भी अछूता नहीं है। सप्ताहभर में ही तेलीबांधा इलाके में दो हत्याएं हुई हैं। हत्या के प्रयास और दर्जनभर चोरी की वारदातें सामने आई हैं। इन घटनाओं ने थाना स्टाफ को परेशान कर रखा है।
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थाने का शुद्धिकरण किया
क्राइम कंट्रोल करने के लिए तेलीबांधा थाने में सोमवार सुबह पूजा का आयोजन किया गया। इसमें स्टाफ ने शुद्धिकरण कर श्रीफल ( नारियल ) फोड़े। जल का थाने में छिड़काव किया गया।
ज्ञात हो कि तेलीबांधा इलाके में 16 सितंबर को रेस्टोरेंट में काम करने वाली युवती योगिता साहू और फिर 22 को सरगुजा कलेक्टर के ड्राइवर ईश्वर राजवाड़े की हत्या हुई है। इसके अलावा कई अन्य वारदातें भी हुई हैं।
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