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Ambikapur. अंबिकापुर में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आदिवासी समाज की संस्कृति, विरासत और संघर्ष को याद करते हुए कहा कि महिलाएं समाज की धरोहर हैं। महिलाएं आगे बढ़ेंगी तो समाज आगे बढ़ेगा।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा के बलिदान को याद करते हुए कहा—“बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों का जीना खराब कर दिया था। अंग्रेजों को सिर्फ वही दिखते थे। हम बिरसा मुंडा की पीढ़ी हैं और उनकी संस्कृति को संरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।”
आदिवासी संस्कृति को बचाने और बढ़ावा देने पर जोर
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आदिवासी समाज की पहचान जल, जंगल और जमीन से जुड़ी है, जिसे बचाने और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा- “आदिवासी संस्कृति बेहद सुंदर है। इसे खत्म नहीं होने देना है। समाज के विकास के लिए जनजातियों की भागीदारी जरूरी है।” उन्होंने बताया कि वे स्वयं आदिवासी संस्कृति को शुरू से जीती आई हैं और अब भी उसका सम्मान करती हैं।
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नई योजनाओं का शुभारंभ –
कार्यक्रम में उन्होंने आदिवासी समुदाय से जुड़े दो अहम योजनाओं का शुभारंभ किया:
- मुख्यमंत्री वैद्यराज सम्मान योजना – परंपरागत वैद्यों को सम्मान और सहयोग
- मुख्यमंत्री ग्राम अखरा विकास योजना – आदिवासी समुदाय के पारंपरिक नृत्य, संस्कृति और पूजा स्थलों के विकास के लिए
इसके अलावा राष्ट्रपति ने आदिवासी युवाओं, पारंपरिक वैद्यों और प्रतिभाओं को सम्मानित किया। उन्होंने डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा गोद लिए गए बच्चों से भी मुलाकात की, जो कार्यक्रम का भावुक पल रहा।
पंडो जनजाति को कार्यक्रम में जाने से रोका गया, आक्रोश फैला
इस कार्यक्रम के दौरान एक विवाद भी सामने आया। लखनपुर विकासखंड के परसोडीकला गांव के पंडो जनजाति के लोगों को प्रशासन ने सिंगी टाना टोल प्लाजा के पास रोक दिया, जिसके चलते उन्हें कार्यक्रम स्थल नहीं पहुंचने दिया गया। इससे पंडो समुदाय में नाराजगी और आक्रोश देखने को मिला।
ऐसे समझें पूरी खबर1. राष्ट्रपति मुर्मू का बड़ा बयान अंबिकापुर में जनजातीय गौरव दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि महिलाएं और आदिवासी समाज देश की असली धरोहर हैं और उनकी संस्कृति को बचाने की जरूरत है। 2. बिरसा मुंडा का जिक्र उन्होंने कहा कि अंग्रेजों को सिर्फ बिरसा मुंडा ही दिखते थे, क्योंकि उन्होंने अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ तेज लड़ाई लड़ी। राष्ट्रपति ने कहा—“हम बिरसा मुंडा की पीढ़ी हैं।” 3. दो नई योजनाओं का शुभारंभ- मुख्यमंत्री वैद्यराज सम्मान योजना 4. पंडो जनजाति को रोका गया, नाराजगी बढ़ी कार्यक्रम स्थल के पास प्रशासन ने पंडो जनजाति के लोगों को रोक दिया, जिससे समुदाय में आक्रोश देखने को मिला। |
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CM साय और राज्यपाल ने भी किया संबोधन
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा “बस्तर में नक्सलवाद की कमर टूट चुकी है। छत्तीसगढ़ के आदिवासी इलाकों में तेज़ी से विकास हुआ है। बिजली, राशन और योजनाएं अब हर घर तक पहुंच रही हैं।”
वहीं राज्यपाल रामेन डेका ने बिरसा मुंडा को “महान वीर और जननायक” बताया।
महिलाओं और युवाओं को आगे आने का संदेश
राष्ट्रपति मुर्मू ने कार्यक्रम में कहा— “जनजाति परिवार, विशेषकर महिलाएं और युवा, अपनी संस्कृति को बचाने और समाज को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएं।” उन्होंने आदिवासी महिलाओं से मुलाकात को कार्यक्रम का सबसे सुखद अनुभव बताया।
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