राममय होगा राजिम कुंभ कल्प, अयोध्या धाम की तर्ज पर मुख्य पंडाल तैयार

राजिम कुंभ कल्प (Rajim Kumbh Kalpa) राममय होगा। श्रद्धालु यहां पहुंचकर अयोध्या धाम का वैभव देख सकें, इसलिए अयोध्या राम मंदिर की तर्ज पर कुंभ का मुख्य पंडाल बनाया गया है। इस पंडाल में भगवान राम के बचपन से लेकर राम-भरत मिलाप की खूबसूरत झांकियां सजाई गई हैं।

Advertisment
author-image
BP shrivastava
New Update
Rajim 1

अयोध्या धाम की तर्ज पर सजाया गया राजिम कुंभ कल्प का पंडाल।

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

RAIPUR. राजिम कुंभ कल्प (Rajim Kumbh Kalpa) राममय होगा। श्रद्धालु यहां पहुंचकर अयोध्या धाम का वैभव देख सकें, इसलिए अयोध्या राम मंदिर की तर्ज पर कुंभ का मुख्य पंडाल बनाया गया है। इस पंडाल में भगवान राम के बचपन, उनकी शिक्षा-दीक्षा, शादी, वनवास, माता शबरी से भेंट, राम-भरत मिलाप की खूबसूरत झांकियां सजाई गई हैं।

लेजर शो में भांचा राम की झलकियां दिखाई जाएंगी

आयोजन समिति के मुताबिक ये पंडाल पूरे कुंभ के आकर्षण का मुख्य केंद्र रहेगा। इसके अलावा लेजर शो में भांचा राम की झलकियां दिखाई जाएंगी। राजिम कुंभ कल्प का आयोजन देश और दुनिया के पर्यटन नक्शे पर छाप छोड़ सके, इसलिए छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल और संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने पूरी तैयारी की है।

Rajim Kumbh Kalpa

उद्घाटन शाम को, सीएम नहीं होंगे शामिल

छत्तीसगढ़ के प्रयागराज कहे जाने वाले राजिम कुंभ कल्प का आगाज आज ( 24 फरवरी ) शाम सात बजे होगा। कुंभ 15 दिन तक यानी 8 मार्च तक चलेगा। राज्य गठन के बाद यह पहली बार होगा, कि सीएम राजिम कुंभ कल्प के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होंगे। आमंत्रण पत्र में सीएम साय के समारोह में शामिल होने का कोई भी जिक्र नहीं है।
राजिम कुंभ कल्प में मुख्य अतिथि के रूप में अमरकंटक के आचार्य महामंडलेश्वर अग्नि पीठाधीश्वर रामाकृष्णानंद महाराज मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डिप्टी सीएम अरूण साव, डिप्टी सीएम विजय शर्मा और मंत्री बृजमोहन अग्रवाल करेंगे।

मुंबई-छत्तीसगढ़ के 350 कारीगरों ने पंडाल 10 दिन में तैयार किया

समिति के सदस्यों के मुताबिक अयोध्या मंदिर जैसा पंडाल बनाने के लिए एक्सपर्ट की मदद ली गई है। मुंबई के एक्सपर्ट और छत्तीसगढ़ के कारीगरों की संयुक्त टीम ने इस पंडाल को बनाया है। ये पंडाल 350 कारीगरों और एक्सपर्ट ने 10 दिनों में दो शिफ्ट में काम करके तैयार किया है।

सीसीटीवी कैमरों से निगरानी

इस पंडाल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है। पंडाल में पहुंचने वाले श्रद्धालु भीड़ के रूप में जमा ना हों, इसलिए एहतियातन CCTV कैमरों से पंडाल की निगरानी की जा रही है।

अयोध्या मंदिर पंडाल में सजी मूर्तियां

 

Ram Ki Janki

 

राम वन गमन पथ की झांकी सबसे बड़ी

पंडाल के अंदर सबसे बड़ी झांकी राम वन गमन पथ की है। इस झांकी में भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण की बड़ी मूर्तियां लगी हैं। मूर्तियों के नीचे छत्तीसगढ़ राम वन गमन पथ का नक्शा बना हुआ है। नक्शे पर पटरी बिछी हुई है और उसके चारों तरफ लेजर को सेट किया गया है।
श्रद्धालु उद्धाटन के बाद जब इस पंडाल के अंदर पहुंचेंगे, तो भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण के साथ राम वन गमन पथ पर चलते हुए दिखाई देंगे।

लोमस ऋषि के आश्रम की झांकी

Lamas Rishi.

पंडाल के अंदर लोमस ऋषि के आश्रम की झांकी भी बनाई गई है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, वनवास के दौरान भगवान श्रीराम ने लक्ष्मण और माता सीता ने यहां के लोमस ऋषि आश्रम में कुछ समय बिताया था।

कुलेश्वर मंदिर स्थापना की झांकी

RAM & Sita

पंडाल के अंदर कुलेश्वर महादेव मंदिर स्थापना की झांकी भी बनाई गई है। इस झांकी में भगवान राम और सीता शिवलिंग की पूजा करते दिखाई दे रहे हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार कुलेश्वर महादेव शिवलिंग की स्थापना माता सीता ने की थी, जो दुनिया का पहला पंचमुखी शिवलिंग है।

श्रीराम ने कुलेश्वर महादेव की पूजा अपने कुल देवता के रूप में की थी। यहां के भगवान श्री राजीव लोचन और कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर का अपना अलग ही इतिहास है जो लोगों की आस्था का केंद्र है।

लव-कुश के साथ माता सीता की झांकी

Love Kush+ sita

पंडाल में माता सीता की लव-कुश के साथ खेलते हुए मूर्तियां लगाई गई हैं।

 सजाई गई कौशल्या धाम की झांकी 

Kosilya mandir

राजिम कुंभ में बने अयोध्या मंदिर पंडाल में कौशल्या धाम की स्थापना की गई है। यहां पर चंदखुरी में लगी प्रतिमा से मिलती-जुलती प्रतिमा लगाई गई है। पंडाल के अंदर कौशल्या प्रतिमा से जुड़ी जानकारी भी लिखी हुई है।

पंडाल में राम दरबार की भी झांकी

Ram Darbar

पंडाल में राम दरबार की झांकी भी सजी है। इसमें राम, सीता और लक्ष्मण एक साथ खड़े हैं। हनुमान जी नीचे बैठे हुए हैं।

राम-भरत मिलाप की झांकी 

Ram -Bharat Milap

अयोध्या मंदिर पंडाल में राम-भरत मिलाप की झांकी भी लगी हुई है। वनवास के दौरान जब भरत भगवान श्रीराम को मनाने पहुंचे थे, उसी समय को झलकाती मूर्ति लगाई गई है।

परिक्रमा पथ किया चौड़ा

Parickra Path

कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को ज्यादा परेशानी ना हो, इसलिए परिक्रमा पथ को और चौड़ा किया गया है। परिक्रमा पथ के साथ ही जिस जगह बाजार लगेगा, वहां का रास्ता भी चौड़ा किया गया है। प्रयाग कुंभ की तर्ज पर इस बार राजिम कुंभ में दुकानों का भी निर्माण किया गया है।

 

राजिम कुंभ कल्प