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Sakti. छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में आरकेएम पावर प्लांट में हुए दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर औद्योगिक सुरक्षा मानकों पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। रविवार रात प्लांट की लिफ्ट गिरने से चार मजदूरों की मौके पर मौत हो गई, जबकि छह मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे (RKM Power Plant Accident) के 36 घंटे बाद तक शवों का पोस्टमॉर्टम नहीं किया गया, जिससे परिजनों में आक्रोश व्याप्त है।
12 साल से नहीं हुआ था लिफ्ट का मेंटेनेंस
शुरुआती जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि जिस लिफ्ट में मजदूरों की जान गई, उसका पिछले 12 वर्षों से कोई सर्विसिंग या मेंटेनेंस नहीं हुआ था। मजदूरों ने बताया कि लिफ्ट की वायरिंग, बेल्ट और कंट्रोल सिस्टम जर्जर हालत में थे। कई बार शिकायत करने के बावजूद प्रबंधन ने अनदेखी की। सुरक्षा उपकरणों की स्थिति बेहद खराब थी, लेकिन उत्पादन के दबाव में प्रबंधन ने कोई कदम नहीं उठाया।
घटना के बाद प्लांट गेट बंद,मीडिया को रोका गया
हादसे के तुरंत बाद आरकेएम पावर प्लांट प्रबंधन ने गेट बंद कर दिया और मीडिया को अंदर जाने से रोक दिया, जिससे शक और गहरा गया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस प्लांट में सुरक्षा नियमों की अनदेखी आम बात है, और पहले भी कई छोटे हादसे हुए हैं जिन्हें पैसे और दबाव के जरिए दबा दिया जाता रहा है।
7 जिम्मेदारों पर FIR,मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
पुलिस महानिरीक्षक संजीव शुक्ला और पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा के निर्देश पर पुलिस ने कंपनी के निदेशक, अधिकारियों और ठेकेदार सहित 7 जिम्मेदार लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 106(1), 289 और 3(5) के तहत दर्ज किया गया है। साथ ही, कलेक्टर ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी करते हुए SDM डभरा को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।
सक्ती पावर प्लांट हादसा: ऐसे समझें मामला
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30 दिनों में रिपोर्ट देने के निर्देश
मजिस्ट्रियल जांच के तहत अधिकारी को 30 दिनों के भीतर पूरी रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया गया है। जांच में यह पता लगाया जाएगा कि हादसे के समय कौन-कौन मजदूर ड्यूटी पर थे, दुर्घटना का तकनीकी या मानवीय कारण क्या था,औद्योगिक सुरक्षा विभाग ने अब तक कितनी बार निरीक्षण किया, और किन लापरवाहियों के चलते यह हादसा हुआ। साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों और सुधारात्मक सुझावों की भी मांग की गई है।
परिजनों में आक्रोश, मुआवजे की मांग
मृत मजदूरों के परिजनों का आरोप है कि घटना के 36 घंटे बाद भी पोस्टमॉर्टम नहीं किया गया, और न तो कंपनी का कोई अधिकारी सामने आया है, न ठेकेदार। मुआवजे को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है। अस्पताल परिसर में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं प्रशासन की चुप्पी से लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है।
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हादसे की पृष्ठभूमि
- तारीख: 7 अक्टूबर 2025
- स्थान: आरकेएम पावर प्लांट, सक्ती जिला, छत्तीसगढ़
- मृतक: 4 मजदूर
- घायल: 6 मजदूर (इलाज जारी)
- मुख्य कारण: लिफ्ट का 12 साल से मेंटेनेंस न होना