नींव खोदकर लाखों रुपये डकार गए सरपंच सचिव

छत्तीसगढ़ के कई जिलों में सरपंच और सचिव ग्राम पंचायतों में विकास के लिए आई राशि को हजम करने में जुटे हैं। करोड़ों का घोटाला किया जा रहा है। सरकारी धन की इस लूट में संबंधित विभागों के अफसर भी मिले हुए हुए हैं। यह हाल सीतापुर जिले के गांव का भी है। 

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Krishna Kumar Sikander
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Sarpanch secretary embezzled lakhs of rupees by digging the foundation the sootr
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छत्तीसगढ़ के कई जिलों में सरपंच और सचिव ग्राम पंचायतों में विकास के लिए आई राशि को हजम करने में जुटे हैं। निर्माण कार्य के नाम पर करोड़ों का घोटाला किया जा रहा है। सरकारी धन की इस लूट में संबंधित विभागों के अफसर भी मिले हुए हुए हैं। नतीजा यह है कि विकास के लिए करोड़ों की राशि मिलने के बावजूद गांवों की तकदीर नहीं बदल रही है। यह हाल सीतापुर जिले के गांव का भी है। 

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विकास के सरकारी पैसों की लूट जारी

सीतापुर जिले के ग्राम पंचायतों में विकास के नाम आए पर सरकारी पैसों की लूट जारी है। हर ग्राम पंचायत से इस तरह की सूचना आ रही है। सरपंच सचिव निर्माण कार्य के लिए आए धन को आसानी से डकार जा रहे हैं। सरकार गांवों के विकास के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रही है, लेकिन सरपंच और सचिव अपने करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं। इनको विभाग के अधिकारियों ने लूट की खुली छूट दे रखी है, ताकि, वे अपनी जेब भरने के साथ उनका हिस्सा भी उन तक पहुंचाएं। यही वजह है कि गांवों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव बना हुआ है।

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ताजा मामला पंचायत भुषु का 

विकास कार्य के सरकारी धन के गबन का ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत भुषु में पर्दाफाश में हुआ। यहां सरपंच रामभगत लकड़ा और सचिव सुरेंद्र टोप्पो ने लाखों रुपये डकार गए। यह दोनों ने मिलकर यह गबन निर्माण कार्य के नाम पर किया। दरअसल, साल 2024 में ग्राम पंचायत भुषु डोमनीपारा को पुलिया निर्माण के लिए सात लाख की राशि स्वीकृत हुई थी। यह राशि सरगुजा विकास प्राधिकरण मद से दी गई थी। सात लाख में से तीन लाख सरपंच और सचिव ने मिलकर पंचायत चुनाव से पहले ही निकाल आपस में बांट कर लिया था। 

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पैसे निकालने के बाद काम बंद

सरपंच और सचिव ने ग्राम पंचायत और गांव के लोगों धोखे में रखने के लिए डोमनीपारा सड़क के बीचोबीच नींव खोदकर छोड़ दिया, ताकि लोगों को ऐसा लगे कि सड़क पर बनने वाले पुलिया का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस सड़क पर नींव खोदे छह माह हो चुके हैं। मगर निर्माण कार्य शुरू ही नहीं हुआ। लोग खेत की पगडंडी से आवागमन के लिए मजबूर हैं। बारिश में यह रास्ता कीचड़ में तब्दील हो जाता है। 

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लोगों की मांग पर सचिव खामोश

ग्रामीणों ने नींव खोदे छह माह बीतने के बाद भी पुलिया बनाने का काम नहीं होने की शिकायत कई बार सचिव से की, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। सरपंच को देखते ही लोग अधूरे पुलिया निर्माण कार्य को पूरा कराने की मांग की। मगर, सचिव तो निर्माण कार्य की राशि गबन कर चुके हैं। गांव में विकास के नाम पर पुलिया बनाने के लिए खोदी गई नींव लोगो को मुँह चिढ़ा रही है। 

अधिकारियों ने नहीं लिया जायजा 

ग्राम पंचायत भुषु में पुलिया निर्माण के घोटाले पर अधिकारियों का रवैया हैरान करने वाला है। गांव के लोगों की शिकायत के बावजूद अधिकारियों ने निर्माण कार्य की प्रगति देखने तक पहुंचे। अधिकारियों की चुप्पी बताती कि सरपंच और सचिव को इनका भी सहयोग मिला हुआ है। पुलिया निर्माण नहीं कराए जाने को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने सरपंच रामभगत लकड़ा और सचिव सुरेंद्र टोप्पो के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। साथ ही ग्रामीणों ने पुलिया निर्माण कराने की भी मांग की है। इस संबंध में सीईओ एसके मरकाम ने बताया कि जांच कराएंगे और लापरवाही बरतने वाले के विरुद्ध कार्रवाई होगी। 

 

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