ग्रामीणों को बैंक नहीं अटल डिजिटल केंद्र से मिलेगी नगदी

24 अप्रैल से प्रदेश की 1460 ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र प्रारंभ किए गए हैं। अब ग्रामीणों को बैंक तक दौड़ने की जरूरत नहीं होगी।

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Arun tiwari
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Villagers get cash from Atal Digital Center not from bank
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मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सांय सांय औचक निरीक्षण किया। उनका उड़न खटोला अचानक एक गांव में उतरा। गांववालों के बीच में पहुंचकर सीएम ने सरकारी योजनाओं की हकीकत जानने उनसे सीधा संवाद किया। सुशासन तिहार के तीसरे चरण में सीएम  कोरबा जिले के पाली ब्लॉक के  मदनपुर गांव में पहुंचे। ग्रामीणों से संवाद के साथ साथ उन्होंने आवेदनों के निराकरण की समीक्षा की।

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गांव की महिलाओं ने सीएम का हल्दी का टीका लगाकर स्वागत किया। सीएम ने कहा कि सुशासन तिहार आमजन से सीधे संवाद और योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने का जरिया है। उन्होंने कहा कि सुशासन तिहार में हम प्रदेश के किसी भी कोने में बिना पूर्व सूचना के जाएंगे, वस्तुस्थिति जानेंगे और समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करेंगे। 

गांव में ही मिलेंगी बैंक जैसी सुविधाएं

मुख्यमंत्री ने बताया कि 24 अप्रैल से प्रदेश की 1460 ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र प्रारंभ किए गए हैं। अब ग्रामीणों को बैंक तक दौड़ने की जरूरत नहीं होगी। इन सेवा केंद्रों में राशि आहरण, जाति, निवास जैसे दस्तावेजों की सुविधा भी उपलब्ध होगी। राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाते हुए नामांतरण प्रक्रिया को सरल बनाया है।

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अब भूमि की रजिस्ट्री के साथ-साथ नामांतरण भी एक घंटे से कम समय में संपन्न हो जाएगा, जिससे आम नागरिकों को अनावश्यक दौड़धूप से राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब पीएम आवास योजना के तहत पात्रता की शर्तों को शिथिल किया गया है। अब 5 एकड़ असिंचित या 2.5 एकड़ सिंचित भूमि वाले, दोपहिया वाहन रखने वाले और 15 हजार रुपये मासिक आय वाले हितग्राही भी योजना में पात्र होंगे। 


कहीं पहुंचना था कहीं पहुंच गए सीएम

मुख्यमंत्री ने सक्ती जिले के करिगांव में अचानक पहुँचकर ग्रामवासियों को आश्चर्यचकित कर दिया। मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर लिमगांव की बजाय सीधे बन्दोरा गांव में उतरा, जिससे प्रशासनिक अमला कुछ समय के लिए असमंजस में पड़ गया। प्रशासन पहले से ही लिमगांव में मुख्यमंत्री की अगवानी की तैयारी में जुटा था, लेकिन मुख्यमंत्री के करिगांव पहुँचने से पूरी व्यवस्थाएं तत्काल वहाँ स्थानांतरित करनी पड़ीं।

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 करिगांव में पीपल के पेड़ के नीचे मुख्यमंत्री ने चौपाल लगाई और ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। मुख्यमंत्री खाट पर बैठकर सहज वातावरण में ग्रामीणों की समस्याएं सुनते रहे। ग्रामीणों और विशेषकर महिलाओं ने मुख्यमंत्री का स्वागत कमल का फूल भेंट कर किया।

मुख्यमंत्री ने सभी की बातें ध्यानपूर्वक सुनीं और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि सुशासन का अर्थ है सीधे जनता के बीच जाकर उनकी वास्तविक स्थिति को समझना और त्वरित समाधान देना। प्रशासनिक व्यवस्था तभी सफल मानी जाती है जब अंतिम व्यक्ति की बात सीधे शासन तक पहुँचे।

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