450 करोड़ के झारखंड शराब घोटाले की विष्णुदेव साय सरकार कराएगी CBI जांच

छत्तीसगढ़ के अधिकारियों ने मिलकर झारखंड में शराब घोटाला किया है। इससे वहां की सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ है। छत्तीसगढ़ के तत्कालीन आबकारी सचिव अरुण पति त्रिपाठी को झारखंड में नई शराब नीति के लिए सलाहकार बनाया गया था।

author-image
Marut raj
New Update
Vishnudev Sai government will get CBI investigation done on Jharkhand liquor scam the sootr
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

विष्णुदेव साय सरकार ने ईओडब्ल्यू में दर्ज 450 करोड़ के झारखंड आबकारी घोटाले की जांच सीबीआई से करवाने की अनुशंसा कर दी है। घोटाले की फाइल सीबीआई दफ्तर दिल्ली पहुंच गई है। माना जा रहा है कि सीबीआई जल्द ही शराब घोटाले की जांच शुरू करेगी, क्योंकि इस केस में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन जांच के घेरे में हैं।

इस वजह से सीबीआई को लिखा पत्र

दरअसल, ईओडब्ल्यू को झारखंड सरकार से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। ईओडब्ल्यू तीन बार झारखंड के आईएएस विनय कुमार चौबे, गजेंद्र सिंह समेत अन्य से पूछताछ के लिए समंस जारी कर सरकार से अभियोजन स्वीकृति मांगी है। ईओडब्ल्यू के एक भी पत्र का जवाब नहीं दिया गया और न ही अनुमति दी गई। झारखंड सरकार के इस रवैये को देखते हुए ही माना जा रहा है सीबीआई केस दर्ज करने में देरी नहीं करेगी। छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले में जेल में बंद रिटायर आईएएस अनिल टुटेजा, आईटीएस अरुण पति त्रिपाठी, कारोबारी अनवर ढेबर समेत कई अन्य आरोपी हैं।

ये खबर भी पढ़ें... ACB-EOW ने 6 जगह मारा छापा... पूर्व MLA के घर पहुंचे अधिकारी

इनसे ईओडब्ल्यू पूछताछ कर चुकी है, लेकिन झारखंड के तत्कालीन आबकारी मंत्री और अधिकारियों से पूछताछ नहीं हो पाई है। जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के चर्चित 2161 करोड़ के शराब घोटाले जिस सिंडीकेट के सदस्यों को आरोपी बनाया गया है, उसी सिंडीकेट ने झारखंड में भी शराब का कारोबार संभाला है।

ये खबर भी पढ़ें... वक्फ बोर्ड की संपत्तियों का हो रहा हिसाब-किताब, दिल्ली से आई टीम

इस वजह से दोनों घोटालों की तार जुड़े हैं। झारखंड शराब घोटाले की जांच सीबीआई ने शुरू की तो उसका असर छत्तीसगढ़ में भी रहेगा। इसके जांच के घेरे में आबकारी के आला अधिकारियों के साथ तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा तक आएगी। यह जांच आगे भी बढ़ेगी, क्योंकि छत्तीसगढ़ का ही सिस्टम झारखंड में लागू किया गया था।

छत्तीसगढ़ के अधिकारियों ने झारखंड में कि घोटाला

रांची के कारोबारी विकास सिंह की शिकायत पर सीजी एसीबी-ईओडब्ल्यू ने 450 करोड़ के शराब घोटाले का केस यहां दर्ज किया है। कारोबारी का आरोप था कि छत्तीसगढ़ के अधिकारियों ने मिलकर झारखंड में शराब घोटाला किया है। इससे वहां की सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ है।

ये खबर भी पढ़ें... बिलासपुर में बनेगा MSME टेक्नोलॉजी सेंटर, 4 हजार युवाओं को होगा फायदा

रायपुर में हुई थी मीटिंग

कारोबारी अनवर और आईटीएस अधिकारी अरुण पति त्रिपाठी ने मिलकर दिसंबर 2022 में झारखंड की शराब नीति में बदलाव कराया है। उसकी बैठक रायपुर में हुई थी। बैठक में आईटीएस अधिकारी अरुण पति त्रिपाठी, रिटायर आईएएस अनिल टुटेजा, बीएसपी कर्मी अरविंद सिंह समेत झारखंड के आबकारी विभाग के अधिकारी मौजूद थे। नीति में बदलाव करने के पीछे छत्तीसगढ़ की कंपनियों को फायदा पहुंचाना था।

ये खबर भी पढ़ें... Weather Update : 42 डिग्री को पार कर गया पारा, अभी बढ़ेगी गर्मी

 

झारखंड शराब घोटाला | छत्तीसगढ़ शराब घोटाला | छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस | Jharkhand Liquor Scam | Jharkhand Liquor scam like Chhattisgarh | Chattisgarh liquor scam | सीबीआई जांच | CBI Investigation

झारखंड शराब घोटाला छत्तीसगढ़ शराब घोटाला छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस Jharkhand Liquor Scam Jharkhand Liquor scam like Chhattisgarh Chattisgarh liquor scam सीबीआई जांच CBI Investigation विष्णुदेव साय