Maa Bamleshwari Temple Route : नवरात्रि का प्रारंभ आज से यानी (3 अक्टूबर दिन - गुरुवार) से होने जा रहा है। इसे देखते हुए बड़े मंदिरों वाले इलाकों व शहरों में पुलिस प्रशासन ने खास व्यवस्था की है। डोंगरगढ़ में स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर में दर्शनार्थियों के ठहरने व यात्रा के लिए खास व्यवस्था व निर्देश जारी किया गया है। बता दें कि, नवरात्री में हर साल लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ लगती है। माता के दर्शन के लिए देश के अलग-अलग राज्यों व विदेशों से लोग आते है।
नया रुट जारी
इसे देखते हुए पुलिस ने वहनों के आवागमन के लिए नया रुट जारी किया है। माता के दर्शन के लिए डोंगरगढ़ जाने वाले पदयात्रियों और वाहन चालको के सुरक्षित आवागमन के लिए दिये निर्देश पर कुम्हारी से अंजोरा बाईपास तक सुरक्षित कोरिडोर बनाकर रूट निर्धारित किया गया है।
ये खबर भी पढ़िए... नवरात्रि में घी से नहीं जलेगी मां की ज्योत, सामने आई ये बड़ी वजह...
जिसमें सुरक्षा की दृष्टि से 4 पेट्रोलिंग वाहन तैनात किये गए है, जो लगातार 24 घंटे 3 अक्टूबर से लेकर 12 अक्टूबर तक पेट्रोलिंग करेगें। ये सभी लाउड स्पीकर के माध्यम से पदयात्रियों को बाएं चलने के निर्देश देते रहेगें और किसी प्रकार का अवरूद्ध उत्पन्न नहीं होने देगें। इसी प्रकार पदयात्रियो के सहायता के लिए अस्थाई पुलिस सहायता केन्द्र बनाये गये हैं।
हजारों साल पुराना है मंदिर का इतिहास
इतिहासकारों और मंदिर के पुजारियों के अनुसार मां बम्लेश्वरी मंदिर का इतिहास करीब 2200 साल पुराना है। कहा जाता है कि राजा कामसेन ने मां बगलामुखी को अपने तपोबल से प्रसन्न कर पहाड़ों पर विराजमान होने की विनती की थी और मां बगलामुखी मां बम्लेश्वरी के रूप में पहाड़ों पर विराजमान हो गईं। बता दें कि मां बम्लेश्वरी उज्जैन के राजा विक्रमात्दिय की कुलदेवी हैं।