RAIPUR. एक फर्जी एक्स एकाउंट ने बीजेपी की राजनीति का पारा गर्म कर दिया। यह फर्जी एकाउंट चला रहा था शराब का एक बड़ा करोबारी। जब इस फर्जी एकाउंट में बीजेपी के एक बड़े नेता पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई तो मामला सामने आया। पुलिस ने मामले की जब परत दर परत जांच की तो पुलिस हैरान रह गई। यह फर्जी एकाउंट महीनों से संचालित किया जा रहा था। अब इस मामले के सामने आने के बाद बीजेपी संगठन, प्रदेश सरकार और पुलिस सभी हरकत में आ गए हैं। मामला इसलिए भी हैरान करने वाला है क्योंकि इस समय चुनाव चल रहे हैं। क्या है ये पूरी कहानी और कौन है वो शराब करोबारी, आइए आपको सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं।
आईटी सेल की पड़ताल में आईडी फेक निकली
एक्स की दो आईडी देखिए। असली आई डी है- BJP Chhattisgarh और फर्जी आईडी है- Chattisgarh BJP। महीनों से ये दोनों आईडी एक साथ संचालित हो रहीं थीं। असली आईडी से बीजेपी अपने पोस्ट कर रही थी और फर्जी आईडी से कोई दूसरा शख्स इसको चला रहा था। फर्जी आईडी पर हाल ही में एक पोस्ट डाली गई जिसमें बीजेपी के प्रदेश के कोषाध्यक्ष नंदन जैन के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया था। पोस्ट में उनके बारे में लिखा गया था कि वे अपने आपको सीएम समझ रहे हैं आगे खुद को पीएम समझने लगेंगे। जब नंदन जैन ने बीजेपी आईटी सेल को इस बारे में बताकर अपनी नाराजगी जाहिर की तो आईटी सेल हरकत में आई। आईटी सेल ने जब इसकी पड़ताल की तो ये फेक आईडी निकली। आईटी सेल ने इस बारे में नंदन जैन को पूरी जानकारी दी कि ये काम फेक आईडी से किया गया है। आईटी सेल के प्रमुख सुनील पिल्लई ने पुलिस की साइबर सेल को लिखित में शिकायत दी। यह शिकायत 27 मार्च 2024 को की गई।
जगदीश अरोरा ही कर रहा था फेक आईडी संचालित
शिकायत मिलते ही साइबर सेल काम पर लग गई। पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और जिस email id से यह एक्स अकाउंट जनरेट किया गया था। उस अकाउंट होल्डर को साइबर सेल ने मेल किया। पुलिस के email का कोई जवाब नहीं आया। पुलिस को पूरा मामला संदिग्ध लगा। पुलिस जब इसकी गहराई में गई तो हैरान करने वाली जानकारी सामने आई। पुलिस तो अपनी जांच कर रही है। सूत्रों की मानें तो फर्जी आईटी संचालित करने वाला शराब करोबारी जगदीश अरोरा ( Jagdish Arora ) है। सोम डिस्टलरी (Som Distillery ) का मालिक जगदीश अरोरा ही महीनों से बीजेपी आईटी सेल की फेक आईडी संचालित कर रहा था। इस शराब कारोबारी का नाम आते ही बीजेपी संगठन के साथ सरकार भी सक्रिय हो गई। गृहमंत्री ने साफ कहा कि बीजेपी की छबि खराब करने कोशिश की गई है। कानून के अनुसार कार्रवाई होगी।
डीएसपी निशिथ अग्रवाल कर रहे हैं मामले की जांच
ऐन चुनाव के मौके पर इस तरह की फर्जी आईडी सामने आने से पार्टी अतिरिक्त सतर्क हो गई है। पार्टी की आईटी सेल अब अपनी तरफ से इस जांच पड़ताल में जुट गई है कि कहीं और भी तो इस तरह का काम नहीं हो रहा। सरकार ने राज्य सायबर सेल को निर्देश दिया है कि आईटी एक्ट के तहत इस तरह के लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। राज्य सायबर सेल के डीएसपी निशिथ अग्रवाल इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।