मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत मंगलवार सुबह अचानक जयपुर विकास प्राधिकरण के मुख्यालय पहुंचे और अपनी सीट से गायब मिले 3 अधिकारियों को पद से हटाकर एपीओ कर दिया। जिन्हें एपीओ किया गया है उनमें से एक आईएएस अधिकारी और दो आरएएस अधिकारी हैं।
जेडीए सचिव नलिनी कठोतिया भी शामिल
मुख्य सचिव सुधांश पंत के औचक निरीक्षण के बाद जेडीए के जिन आला अफसरों पर गाज गिरी है, उनमें आरएएस आनंदी लाल वैष्णव और प्रवीण कुमार और जेडीए सचिव नलिनी कठोतिया (आईएएस) शामिल हैं।
चैंबर खाली देखकर नाराज हुए मुख्य सचिव
मुख्य सचिव सुधांश पंत मंगलवार सुबह अचानक जयपुर विकास प्राधिकरण का निरीक्षण करने पहुंच गए। मुख्य सचिव सुधांश पंत औचक निरीक्षण के दौरान सबसे पहले जेडीए के मुख्य भवन पहुंचे। यहां कुछ आला अफसरों तक के चैम्बर खाली देखकर नाराज हुए। इस पर जयपुर विकास प्राधिकरण की सचिव सहित 2 अधिकारियों को एपीओ करने के आदेश दे दिए। सीएस के इस तरह से अचानक जेडीए मुख्यालय पहुंचने की किसी को उम्मीद नहीं थी। यही कारण रहा कि सीएस के मुख्यालय हलचल मच गई। दफ्तर में मौजूद स्टाफ उन अफसरों और कर्मियों को फोन करते देखे गए जो दफ्तर से गायब थे। मुख्य बिल्डिंग के बाद वे उपायुक्त भवन पहुंचे।
सीएस ने अधिकारियों को फटकारा
सीएस पंत ने इसके बाद पार्किंग स्थल का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने गंदगी देखकर नाराजगी जताई। इसी तरह से जोन कार्यालयों में भी गंदगी और अव्यवस्थित फाइलों को देखकर भी अधिकारियों को फटकार लगाई।
विधानसभा में मंत्री ने निलंबित किए 2 अधिकारी
विधानसभा में भी पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर ने 2 अधिकारियों को निलंबित करने की घोषणा कर दी। डूंगरपुर जिले की पंचायत समिति चिखली के भवन निर्माण मामले में गड़बड़ी के बारे में भारतीय आदिवासी पार्टी के विधायक राजकुमार रोत ने सवाल पूछा तो मंत्री मदन दिलावर ने हाथों-हाथ वीडीओ और जेईएन को सदन में ही निलंबित कर दिया। रोत ने पूछा था कि भवन निर्माण पूर्ण करने की अवधि क्या थी और अब तक कितना काम पूरा हुआ है ? इसमें अब तक कितना भुगतान किया गया और कितना कार्य पूरा हुआ ? इस पर मंत्री ने जवाब दिया कि इस पंचायत समिति में 26 वीडीओ बदले गए हैं। जिस अधिकारी ने इतने ट्रांसफर किए हैं। उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा दोषी अधिकारियों को 16 सीसी का नोटिस दिया गया है। जो एईएन हैं वे दुनिया में नहीं रहे, लेकिन जेईएन और वीडीओ को निलंबित किया जा रहा है।